लंबित मामलों पर डुमरांव पुलिस की बड़ी कार्रवाई, थानाध्यक्ष ने कस दी अनुसंधान की लगाम
डुमरांव थाना क्षेत्र में लंबित मामलों के दबाव और अनुसंधान में हो रही देरी को देखते हुए थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा बुधवार की रात्रि पूरी तरह एक्शन मोड में दिखे। देर रात उन्होंने सभी पुलिस पदाधिकारियों की आपात बैठक बुलाई और “मिशन अनुसंधान” को नई गति और तेवर देने का फैसला किया। बैठक का फोकस था, लंबित मामलों की तत्काल समीक्षा, अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार और पुलिसिंग में जनता का भरोसा मजबूत करना।
-- मिशन अनुसंधान को गति देने के लिए रात 10 बजे बुलाई विशेष बैठक, हर अधिकारी पर सख्त निगरानी का आदेश
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव थाना क्षेत्र में लंबित मामलों के दबाव और अनुसंधान में हो रही देरी को देखते हुए थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा बुधवार की रात्रि पूरी तरह एक्शन मोड में दिखे। देर रात उन्होंने सभी पुलिस पदाधिकारियों की आपात बैठक बुलाई और “मिशन अनुसंधान” को नई गति और तेवर देने का फैसला किया। बैठक का फोकस था, लंबित मामलों की तत्काल समीक्षा, अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार और पुलिसिंग में जनता का भरोसा मजबूत करना।

थानाध्यक्ष ने बैठक की शुरुआत लंबित मामलों की विस्तृत समीक्षा से की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अनुसंधान में देरी न सिर्फ पीड़ितों को न्याय से वंचित करती है, बल्कि पुलिस के प्रति लोगों के विश्वास को भी कमजोर करती है। इसलिए हर अधिकारी अपने जिम्मेदार मामलों को समयबद्ध तरीके से पूरा करे, इसमें कोई लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
उन्होंने सभी दारोगाओं को निर्देश दिया कि हर केस फाइल की दोबारा जांच की जाए और उन बिंदुओं को चिह्नित किया जाए जहां अनुसंधान बाधित हो रहा है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी, केस डायरी की समय पर उपलब्धता, डिजिटल और तकनीकी साक्ष्यों के प्रभावी उपयोग पर भी विशेष जोर दिया गया। उन्होंने साफ कहा कि अब खेल सिर्फ फाइलें आगे बढ़ाने का नहीं, बल्कि नतीजे देने का है।
संजय कुमार सिन्हा ने यह भी आदेश दिया कि हर अनुसंधान अधिकारी प्रतिदिन अपनी प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराए, ताकि किसी भी केस की निगरानी में ढिलाई न हो। उन्होंने कहा कि मिशन अनुसंधान सिर्फ प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि जनता के विश्वास को मजबूत करने का माध्यम है। तेज और पारदर्शी पुलिसिंग से ही कानून-व्यवस्था प्रभावी रूप से कायम रह सकती है।
बैठक में पीड़ित पक्ष से नियमित संवाद बनाए रखने और उन्हें अपडेट देने को भी अनिवार्य बताया गया। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को उसके केस की स्थिति पता रहे, यह पुलिस की जवाबदेही का हिस्सा है।बैठक में एसआई मतेंद्र कुमार, रविशंकर पांडेय सहित सभी दारोगा, महिला पुलिसकर्मी और सशस्त्र बल के जवान मौजूद रहे। अंत में थानाध्यक्ष ने टीम भावना के साथ काम करने की अपील करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में डुमरांव थाना लंबित मामलों में उल्लेखनीय कमी लाकर मिशन अनुसंधान को एक नई मिसाल देगा।

