पानी से भरे तलाबों पर दिखा गर्मी का असर, सूखे तालाब
- सूरत राय और ट्रेनिंग स्कूल का कभी नहीं सूखने वाला तलाब में दिखाई देने लगा पानी की जगह मिट्टी
- तलाब के सूखने से जानवर रह जाते हैं प्यासे
केटी न्यूज/डुमरांव
तालाबों की नगरी डुमरांव में संकट के बादल छाने लगे हैं। कभी नहीं सूखने वाले तलाबों में पानी की जगह मिट्टी दिखाई देने लगी है। इतना ही नहीं इन तलाबों के सूखने से जानवरों के आगे भी पेयजल का संकट आ गया है। जहां गर्मी से शरीर को तर रखने और पानी पीने के लिए जानवर तलाब में उतरते थे और बच्चे स्नान करते नजर आते थे, नहीं पीने का पानी मिल रहा है और नहीं नहाने के लिए तलाब में पानी रह गया है।
इन सूखे तलाबों में पहला नाम ट्रेनिंग स्कूल का आता है। यह तालाब लबालब पानी से भरा रहता था, पूरी तरह से सूख गया है। इसमें नहरों से भी पानी भरा जाता था, लेकिन नहर तो पहले ही से सूखा हुआ है। इस तालाब में पुशपालक अपने मवेशियों को लाकर स्नान कराते हुए उनके शरीर को मलकर धोते थे। इस तलाब में सैकड़ो लोग छठ पूजा भी करते हैं।
वहीं दूसरा तलाब है सूरत राय का तलाब, यह भी सूख गया है और धूल उड़ रहा है। इस तालब की गहराई इतनी थी कि कभी सूखता नहीं था। इसक सूख जाने से लोग इसकी गहराई को देखने जाते हैं और सोंचते हैं की इतना गहरा तलाब सूख गया है। इसके बगल में मंदिर है, जहां स्नान कर लोग तलाब का जल भी चढ़ाते थे। नौजवान तो नौजवान मोहल्ले के बुजुर्ग भी इस तालब को सूखता देख आश्चर्य कर रहे हैं। लोग यही अनुमान लगा रहे हैं कि गहरा पानी वाला तालाब जब सूख गया तो गरीबों व वन्य जीवों का क्या हाल होगा।