फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन के जिला सम्मेलन में फिर उठी आठ सूत्री मांग
अनुमंडल क्षेत्र के चक्की प्रखंड में शनिवार को फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन का जिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता पटना से आए एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री वरुण कुमार सिंह ने किया।
- चक्की में संगठन के महामंत्री ने दिलाई अध्यक्ष व महामंत्री को शपथ
- बैठक में फिर उठी डीलरों को सरकारी सेवक घोषित करने की मांग
केटी न्यूज/डुमरांव
अनुमंडल क्षेत्र के चक्की प्रखंड में शनिवार को फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन का जिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता पटना से आए एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री वरुण कुमार सिंह ने किया। उनके निर्देश पर जिला सम्मेलन में एसोसिएशन के जिला इकाई को भंग कर नए सिरे से चुनाव का प्रस्ताव लाया गया। अध्यक्ष पद के लिए एक बार फिर से श्री कृष्ण चौबे के नामांकन पर निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए। जबकि एसोशिएशन के महामंत्री पद पर एक बार फिर से सच्चिदानंद उपाध्याय निर्विरोध निर्वाचित किए गए। अध्यक्ष पद पर श्री कृष्ण चौबे का लगातार 25वां वर्ष है। अपने संबोधन में अध्यक्ष ने एक बार फिर से डीलरों को सरकारी सेवक घोषित करने की मांग करते हुए कहा की एसोसिएशन की पुरानी आठ सूत्री मांग पर सरकार के साथ हमारा आंदोलन लगातार जारी रहेगा। इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राजद विधायक शंभूनाथ यादव उपस्थित थे। उन्होंने डीलरों की मांग को उचित बताते हुए भरोसा दिलाया कि आगामी विधानसभा सत्र में इस मांग को सदन के पटल पर मजबूती से रखा जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राष्ट्रीय जनता दल डीलरों के साथ हमेशा खड़ा रहेगा। जिला सम्मेलन में प्रदेश महामंत्री वरुण कुमार सिंह ने डीलरों के हित में जारी लड़ाई पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार के समक्ष आठ सूत्री मांग को मजबूती से रखा गया है। उन्होंने कहा कि जो सरकार डीलरों के दर्द को समझेगा हम सब उसके साथ हैं। जिला सम्मेलन में जीत नारायण को एसोसिएशन का अनुमंडल अध्यक्ष बक्सर तथा भुटेश्वर सिंह को अनुमंडल अध्यक्ष डुमरांव के रूप में चयन किया गया। हीरालाल वर्मा जिला सचिव तथा रमेश यादव प्रखंड अध्यक्ष चक्की बने। इस मौके पर वीरेंद्र श्रीवास्तव, छितेश्वर गोड़, कुंदन सिंह, शिवचंद सिंह, पारसनाथ सिंह, बसंत राय, मुकेश त्रिपाठी, शैलेंद्र सिंह, धीरेंद्र तिवारी, सुनील सिंह, देवमुनी राम, अजय राम, नंदजी गोस्वामी, नर्वदेश्वर उपाध्याय, लालसाहेब सिंह आदि उपस्थित थे।