मानवता की मिशाल: डुमरांव एसडीपीओ ने सड़क दुघर्टना में घायल वृद्ध को पहुंचाया अस्पताल, परिजनों ने जताया आभार

गुरूवार को डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी का एक मानवीय चेहरा सामने आया है। उन्होंने मानवता की मिशाल पेश करते हुए एनएच 922 पर खून से लथपथ पड़े एक वृद्ध को तत्काल अस्पताल पहुंचा, उसकी जान बचाई है

मानवता की मिशाल: डुमरांव एसडीपीओ ने सड़क दुघर्टना में घायल वृद्ध को पहुंचाया अस्पताल, परिजनों ने जताया आभार

- अज्ञात वाहन के धक्के से नवाडेरा के पास गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे पुराना भोजपुर के श्यामलाल सिंह

केटी न्यूज/डुमरांव

गुरूवार को डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी का एक मानवीय चेहरा सामने आया है। उन्होंने मानवता की मिशाल पेश करते हुए एनएच 922 पर खून से लथपथ पड़े एक वृद्ध को तत्काल अस्पताल पहुंचा, उसकी जान बचाई है। इस कार्य के लिए उसके परिजनों ने वृद्ध का आभार जताया है। मिली जानकारी के अनुसार पुराना भोजपुर के 65 वर्षीय श्यामलाल सिंह संभवतः बोरिंग पर नहाने के लिए नवाडेरा की तरफ गए थे।

इसी दौरान किसी अज्ञात वाहन ने उन्हंे टक्कर मार दिया। जिससे वे सड़क पर गिर बेहोश हो गए थे। दुघर्टना के बाद कई गाडिया गुजरी लेकिन किसी ने कोई वृद्ध को अस्पातल पहुंचाना तो दुर क्यों तेज धुप में सड़क पर पड़ा है ये भी जानने की कोशिश नही की। संयोग से उसी समय डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी जिला मुख्यालय में विभागीय मीटिंग में भाग लेने जा रहे थे।

उन्होंने सड़क पर अचेत पड़े वृद्ध को देखा तो तत्काल गाड़ी रूकवा अपने अंगरक्षकों के सहयोग से उसे इलाज के लिए प्रतापसागर स्थित मेथोडिस्ट अस्पताल पहुंचाया। जहां, प्राथमि इलाज के बाद उनकी हालत में तेजी से सुधार हुआ है। वही इसकी सूचना मिलते ही उनके परिजन भी मौके पर पहुंचे तथा इस नेक काम के लिए डीएसपी का आभार जताया।

जबकि उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों की मानें तो यदि प्राथमिक इलाज मिलने में थोड़ा और देर होता तो उनकी जान भी जा सकती है। जाहिर है, डीएसपी की तत्परता से एक वृद्ध की जान बच गई। गौरतलब है कि इसके पहले भी एसडीपीओ कई मरीजों को समय से अस्पताल पहुंचा, उनकी जान बचा चुके है।

इस संबंध में डीएसपी ने कहा कि यह उनका ही नहीं बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हमे दुर्घटना के शिकार लोगों की तत्काल मदद करनी चाहिए तथा उन्हें नजदीक के किसी अस्पताल में पहुंचाना चाहिए। एसडीपीओ ने कहा कि समय से प्राथमिक इलाज मिलने से जान बच जाती है।