कार्यपालक सहायकों ने काला बिल्ला लगा जताया विरोध, मांगे पूरी न होने पर करेंगे आंदोलन तेज
बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वान पर बुधवार को बक्सर जिले में कार्यपालक सहायकों ने सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी विभागों के कार्यपालक सहायकों ने अपनी जायज मांगों की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए कार्यालय में काला बिल्ला लगाकर काम किया।

केटी न्यूज/बक्सर
बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वान पर बुधवार को बक्सर जिले में कार्यपालक सहायकों ने सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी विभागों के कार्यपालक सहायकों ने अपनी जायज मांगों की अनदेखी पर नाराजगी जताते हुए कार्यालय में काला बिल्ला लगाकर काम किया।
जिला सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि कार्यपालक सहायक सभी विभागों में पूरी ईमानदारी और निष्ठा से काम करते हैं। इसके बावजूद सरकार उनकी समस्याओं और मांगों पर गंभीर नहीं है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि सरकार ने समय रहते उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो विरोध प्रदर्शन को और तेज किया जाएगा। सरकार का यह रवैया हतोत्साहित करने वाला है। उन्होंने कहा कि कार्यपालक सहायकों की अनदेखी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
-- सामूहिक भागीदारी से बढ़ा आंदोलन का स्वर
बक्सर अनुमंडल कार्यालय से प्रमोद कुमार सिंह, अक्षय कुमार, बबलू कुमार, दिलीप कुमार, राजकिशोर, जितेंद्र कुमार और श्रवण कुमार समेत कई कार्यपालक सहायक इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। वहीं, राजपुर प्रखंड से जिला सचिव राजेश कुमार सिंह के साथ प्रभात कुमार, अमीरुलहक अंसारी, रवनित कुमार और बबिता कुमारी ने भी भागीदारी निभाई। सभी ने एकजुट होकर सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाए और आवाज बुलंद की।
-- समस्याओं का समाधान ही एकमात्र रास्ता
कार्यपालक सहायकों ने कहा कि उनकी मांगें वर्षों से लंबित हैं, जिनमें सेवा की स्थायित्व, वेतन विसंगति का निवारण और पदस्थापन से जुड़ी समस्याओं का हल प्रमुख हैं। लेकिन सरकार ने अब तक इन मुद्दों पर सकारात्मक पहल नहीं की है।आंदोलनकारियों ने दोहराया कि जब तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होता, विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।
काला बिल्ला लगाकर काम करने का यह शांतिपूर्ण विरोध सरकार को उनकी अनदेखी का एहसास कराने के लिए था। कर्मचारियों का कहना है कि यह तो केवल चेतावनी है। यदि सरकार ने जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे आंदोलन को और व्यापक स्वरूप देंगे।बक्सर जिले में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि कार्यपालक सहायकों का सब्र अब टूट रहा है
और वे अपने हक की लड़ाई के लिए हर स्तर तक जाने को तैयार हैं।