पटना कूच पर अड़े किसान-मजदूर, 25 अगस्त को मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे

बक्सर जिले के चौसा प्रखंड से बड़ी संख्या में किसान और खेतिहर मजदूर पटना की ओर कूच कर चुके हैं। प्रभावित किसान-खेतीहर मजदूर मोर्चा, चौसा (बक्सर) के अध्यक्ष राम प्रवेश यादव के नेतृत्व में यह आंदोलन अपनी चरम सीमा पर पहुंच रहा है। रविवार को पटना में मुख्यमंत्री का घेराव कर किसान अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

पटना कूच पर अड़े किसान-मजदूर, 25 अगस्त को मुख्यमंत्री का घेराव करेंगे

-- अन्यायपूर्ण भूमि अधिग्रहण और पुराने दर से भुगतान के खिलाफ चौसा-बक्सर के किसानों का बिगुल

केटी न्यूज/चौसा

बक्सर जिले के चौसा प्रखंड से बड़ी संख्या में किसान और खेतिहर मजदूर पटना की ओर कूच कर चुके हैं। प्रभावित किसान-खेतीहर मजदूर मोर्चा, चौसा (बक्सर) के अध्यक्ष राम प्रवेश यादव के नेतृत्व में यह आंदोलन अपनी चरम सीमा पर पहुंच रहा है। रविवार को पटना में मुख्यमंत्री का घेराव कर किसान अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

मोर्चा के अनुसार, 319 एनएचएआई और भारतमाला परियोजना सहित विभिन्न भूमि अधिग्रहण योजनाओं में किसानों के साथ घोर अन्याय हो रहा है। किसानों ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2014 की दर पर अब 2025 में मुआवज़ा दिया जा रहा है, जबकि बीते दस वर्षों में जमीनों की कीमत कई गुना बढ़ चुकी है। उनका कहना है कि यह नीति किसान विरोधी है और इसे तत्काल बदलना चाहिए।

अध्यक्ष राम प्रवेश यादव ने कहा कि प्रभावित किसानों को न्यायोचित मुआवज़ा, पुनर्वास अनुदान और अन्य लाभ तुरंत दिए जाने चाहिए। साथ ही विस्थापित परिवारों के लिए स्थायी रोजगार और आजीविका की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी मांग रखी कि 319 एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का निर्माण पटना के मरीन ड्राइव की तर्ज पर कर्मनाशा नदी के किनारे किया जाए, ताकि किसानों की उपजाऊ भूमि की अनावश्यक बर्बादी रोकी जा सके।

मोर्चा का कहना है कि यदि सरकार किसानों की जायज मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। इस दौरान किसानों ने “2014 का रेट नहीं, 2025 का हक चाहिए”, “पुनर्वास, मुआवज़ा और रोजगार दो, वरना गद्दी छोड़ो, जैसे गगनभेदी नारे भी लगाए।

चौसा और बक्सर क्षेत्र के किसान लंबे समय से न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि विकास परियोजनाओं के नाम पर किसान और मजदूर तबाह हो रहे हैं, जबकि सरकार उन्हें उनका हक तक नहीं दे रही। इसी आक्रोश के कारण आज बड़ी संख्या में किसान पटना की ओर कूच कर चुके हैं।

25 अगस्त को राजधानी पटना में मुख्यमंत्री का घेराव कर किसान अपनी ताकत और एकता का प्रदर्शन करेंगे। यह आंदोलन सिर्फ चौसा-बक्सर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में किसानों के लिए न्याय की लड़ाई का स्वरूप लेता जा रहा है।