दूसरों की सहायता अपने स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत की तौर पर करें - दिलकश भोजपुरी

दूसरों की सहायता अपने स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत की तौर पर करनी चाहिए। उक्त बातें आदमे हिन्द के संस्थापक अध्यक्ष दिलकश भोजपुरी उर्फ गुड्डु ने रविवार को नया भोजपुर में कही।

दूसरों की सहायता अपने स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत की तौर पर करें - दिलकश भोजपुरी

- आदमे हिन्द ने बांटे पांच वॉटर कूलर व वॉटर बोतल, लोगों ने की सराहना

केटी न्यूज/डुमरांव

दूसरों की सहायता अपने स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि इंसानियत की तौर पर करनी चाहिए। उक्त बातें आदमे हिन्द के संस्थापक अध्यक्ष दिलकश भोजपुरी उर्फ गुड्डु ने रविवार को नया भोजपुर में कही। अवसर था आदमे हिंद द्वारा आयोजित वॉटर कूलर तथा वॉटर बोतल वितरण का। उन्होंने क्षेत्र में गहराए पेयजल संकट तथा दूषित जल क सेवन से बनकट व महरौरा जैसे गांवों में फैली डायरिया तथा अन्य जलजनित बीमारियों का हवाला देते हुए बताया कि डुमरांव विधानसभा क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल, हवा तथा जीवन बसर के लिए अन्य उपयोगी चीजों का वितरण समय समय पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा उनका शगल है। उन्होंने कहा कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं तथा मानव सेवा से बड़ा कोई कर्म नहीं। दिलकश ने इस दौरान अपने संस्थान की तरफ से पांच वॉटर कूलर के अलावे दर्जनों वॉटर बोतल का वितरण भी किए। वॉटर कूलर व वॉटर बोतल पा लोगों ने उन्हें धन्यवाद दिया। 

इससे पूर्व फाउंडर अध्यक्ष की अध्यक्षता में आदमे हिन्द की एक बैठक भी नया भोजपुर में आयोजित की गई थी, जिसमंे सदस्यों ने पीड़ित मानवता की सेवा के लिए अपने विचार रखे। वही अध्यक्षता कर रहे दिलकश ने कहा कि वे बहुत जल्द डुमरांव विधानसभा क्षेत्र के गांवों में जाकर वहां के लोगों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराएंगे। दिलकश ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि जितना संभव हो सके, जरूरतमंद तथा पीड़ित मानवता की सेवा की जाए। इससे बड़ा कोई धर्म नहीं होता है। उन्होंने समाज के सक्षम लोगों से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की हर संभव मदद करने की अपील भी की। इस मौके पर फातिमा दिलशक, जसीम खान, इम्तियाज अहमद, हयात मोहम्मद, मो. इद्रीश, हेना खान, कनीज फातमा, रोशनी परवीन, नरगिश परवीन, सबाना खातून समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।

निरक्षरों को साक्षर बना रही है आदमे हिन्द

बता दें कि आदमे हिन्द पटना तथा उसके आस पास की निरक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने का काम कर रही है। इसके लिए संस्था पटना में अपना स्टडी सेंटर चलाती है, जहां 15 से 35 वर्ष तक की निरक्षर लड़कियों व महिलाओं को अक्षर ज्ञान कराया जा रहा है। फाउंडर अध्यक्ष ने बताया कि उनका प्रयास है कि पूरे बिहार में एक भी महिला निरक्षर नहीं रहे। उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी डुमरांव विधानसभा क्षेत्र में भी निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए सेंटर खोले जाएंगे, जहां निर्धारित उम्र सीमा की निरक्षर लड़कियों व महिलाओं को साक्षर बनाने का काम किया जाएगा। दिलकश ने कहा कि आज के डिजीटल युग में निरक्षरता सभ्य समाज के माथे पर कलंक जैसी है। इसे मिटाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। इस दौरान उन्होंने निरक्षरों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस अभिशाप को अपने मेहनत व लगन से वरदान में तब्दील करना है, हम आपके साथ खड़े है।