सतरंगी फूलों से सजेगा जंगलीनाथ महादेव का दरबार, वार्षिकोत्सव की तैयारी में जुटे श्रद्धालु

सतरंगी फूलों से सजेगा जंगलीनाथ महादेव का दरबार, वार्षिकोत्सव की तैयारी में जुटे श्रद्धालु
जंगलीनाथ महादेव मंदिर

- चार सितंबर को आयोजित होगा वार्षिक पूजा, तैयारी समिति की बैठक संपन्न

केटी न्यूज/डुमरांव 

देवाधिदेव महादेव बाबा जंगलीनाथ को शहरवासी मनोकामना महादेव के नाम से जानते है। भाद्रपद माह के पहली सोमवारी को जंगलीनाथ महादेव का वार्षिकोत्सव मनाया जाता है। इस बार चार सितंबर को उनका वार्षिकोत्सव आयोजित हो रहा है। इस मंदिर में वार्षिकोत्सव के दौरान आस्था के साथ भक्ति की झलक भी दिखेगी। मंदिर पूजा समिति से जुड़े सदस्यों ने एक अहम बैठक कर

इसकी तैयारी को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी राज सिंह और संचालन प्रोफेसर डॉ सुभाष चंद्रशेखर ने किया। वार्षिक पूजा को आकर्षक बनाने के लिए सदस्यों के बीच कई जिम्मेदारियां दी गयी। साज-सजावट और रंग-बिरंगे डेकोरेशन तथा साउंड की विशेष व्यवस्था दी जायेगी। इस दौरान अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा जंगलीनाथ के वार्षिकोत्सव पर

वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक का आयोजन होगा। साथ ही भजन मंडली द्वारा बाबा के भक्ति गीतों और जयकारों से मंदिर गुंजयमान रहेगा। प्रोफेसर सुभास चंद्रशेखर ने कहा कि बाबा जंगलीनाथ के भक्त वार्षिकोत्सव को लेकर उत्साहित है। भक्त महादेव के वार्षिकोत्सव पर आस्था के सैलाब में भागीदारी निभायेंगे। कमिटी द्वारा दो किलोमीटर तक रंग-बिरंगे लाइटों से सजाया जायेगा। 

 दो सौ वर्ष पुराना है मंदिर का इतिहास

जानकारों का कहना है कि बाबा जंगलीनाथ मंदिर का इतिहास करीब दो सौ वर्ष पुराना है। मंदिर का इलाका पूर्व में घनघोर जंगलों से भरा था। इस जंगल मे दानी बाबा नामक एक संत झोपड़ी लगाकर रहते थे। उन्होंने ही यहां पूजा अर्चना के लिए शिवलिंग स्थापित की थी। धीरे-धीरे यह स्थान जंगलीनाथ के नाम से प्रसिद्ध हुआ। भक्तों के मनोकामना पूर्ण होने के बाद श्रद्धालुओं का तादाद बढ़ने लगा। भक्त हर दिन यहां गाय का दूध शिवलिंग पर अर्पित करने लगे। कहा जाता है कि भक्तों ने

जब इस छोटे से मंदिर को भव्य रूप देने के लिए निर्माण शुरू किया तो बाधाएं आने लगी। संत द्वारा भगवान शिव से आज्ञा लेकर शिलापूजन किया गया तो सारी बाधाएं दूर हो गयी और आज इस मंदिर की भव्यता देखते ही बनती है। बैठक में श्रीराम सिंह उर्फ सिठुजी, राजकुमार शर्मा, रमेश कुमार रौनियार, सुनील कुमार, संतोष कुमार, राजू कुमार, लक्ष्मीनारायण, संजय कुमार, मनोज कुमार सहित अन्य मौजूद थे।