आभूषण कारोबारी अपहरण और हत्याकांड : गुजरात के राजकोट से पकड़ा गया दूसरा आरोपित

आभूषण कारोबारी अपहरण और हत्याकांड : गुजरात के राजकोट से पकड़ा गया दूसरा आरोपित

- गिरफ्तार आरोपित को लाने के लिए गुजरात रवाना हुई भोजपुर पुलिस की टीम

- मुख्य आरोपित सहित अन्य की तलाश तेज, दूसरे राज्यों में भी चल रही छापेमारी

केटी न्यूज/आरा

शहर के आभूषण कारोबारी सह अधिवक्ता हरिजी गुप्ता के अपहरण और हत्याकांड में दूसरा आरोपित भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वह नगर थाना के अहिरपुरवा निवासी राजेंद्र यादव का पुत्र रविरंजन यादव है। रविवार की सुबह उसे गुजरात के राजकोट से पकड़ा गया। उसे आरा लाने की तैयारी की जा रही है। उसे लेकर भोजपुर पुलिस की एक टीम राजकोट चली गयी है। गुजरात पुलिस के समक्ष उसने पूछताछ में अपहरण व हत्याकांड में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है। इस मामले में पूर्व में आरा में गिरफ्तार रितेश कुमार द्वारा भी फोटोग्राफ के आधार पर उसकी पहचान की गयी है। एसपी संजय कुमार सिंह की ओर से प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि दो नंबर की शाम अपहरण की सूचना के बाद ही एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में अलग-अलग पांच टीम बनाकर व्यवसायी की बरामदगी और आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी शुरू कर दी गयी थी। उस क्रम में पहले रौजा मोहल्ला निवासी रितेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद रविवार की सुबह रविरंजन यादव को गुजरात पुलिस की मदद से राजकोट से गिरफ्तार किया गया। टीम में नगर थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह, नवादा थाना इंचार्ज अविनाश कुमार सिंह, डीआइयू इंचार्ज शंभू भगत, महिला थानाध्यक्ष नीतू प्रिया, नगर थाने के दारोगा अविनाश कुमार, डीआईयू के दारोगा अवधेश कुमार, संजय कुमार सिन्हा और कुमार रजनीकांत शामिल हैं। 

तकनीकी जांच व पूछताछ के आधार पर आरोपितों तक पहुंची पुलिस

व्यवसायी के अपहरण और हत्याकांड की छानबीन में जुटी पुलिस तकनीकी जांच और पूछताछ के आधार पर आरोपितों तक पहुंचने में सफल रही। उसी आधार पर पुलिस ने घटना में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि अपहरण की घटना के बाद टीम बना कर अनुसंधान शुरू की गयी। उसमें तकनीकी व वैज्ञानिक जांच की भी मदद ली गयी‌। संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गयी। उस आधार पर रितेश कुमार को गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ और जांच के बाद घटना में इस्तेमाल कार भी बक्सर से बरामद कर ली गयी। उसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया। उसी क्रम में शनिवार को रानीसागर‌ के पास फोरलेन पर पुलिया के नीचे नाले से शव बरामद कर लिया गया। बता दें कि दो नवंबर की शाम महाजन टोली नंबर एक निवासी आभूषण कारोबारी हरिजी गुप्ता किराया वसूलने बलुआही मार्केट गये थे। वहां किराये को लेकर विवाद के बाद मारपीट करने उनको अगवा कर लिया गया था। उस मामले में रौजा मोहल्ला निवासी किरायेदार अमर कुमार, रितेश कुमार, अहिरपुरवा निवासी रंजन सहित छह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। उसमें अमर कुमार मुख्य आरोपित है। 

मुख्य आरोपित की तलाश में बक्सर से दिल्ली तक छापा 

आरा-पटना के बड़े आभूषण कारोबारी हरिजी गुप्ता के अपहरण और हत्या के मुख्य आरोपित अमर कुमार सहित अन्य अभी भी फरार चल रहे हैं। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। इस क्रम में पुलिस भोजपुर और आसपास के जिलों के साथ दूसरे राज्यों में भी छापेमारी कर रही है। एसपी संजय कुमार सिंह ने बताया अपने जिले सहित दूसरे राज्यों में भी मुख्य आरोपित अमर की तलाश की जा रही है। इस मामले में तीन-चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। इधर, सूत्रों के अनुसार आरोपी अमर कुमार के घटना के बाद बक्सर और यूपी के गाजीपुर रास्ते दिल्ली की ओर भाग जाने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि बक्सर में कार खड़ी करने के बाद वह ट्रेन से यूपी निकल गया था। उस आधार पर पुलिस भी यूपी और दिल्ली सहित अन्य राज्यों में पीछा कर रही है।

बक्सर भाया पटना गुजरात के राजकोट भाग गया रंजन

आभूषण कारोबारी अपहरण कर हत्या करने में आरोपित रविरंजन यादव उर्फ रंजन ट्रेन से राजकोट भाग गया था। पुलिस की पूछताछ में उसने इस बात को स्वीकार किया है। रंजन के अनुसार पुलिस से बचने को वह पटना से ट्रेन पकड़ गुजरात के राजकोट भाग गया। बताया जा रहा है कि रंजन व्यवसायी हरिजी गुप्ता को आरा से रानीसागर तक ले जाने में अमर कुमार और रितेश सहित अन्य के साथ था। बक्सर के बाद रितेश और रंजन सहित तीन आरा लौट गये थे। वहीं, आरा आने के साथ ही रितेश की गिरफ्तारी हो गयी। उसके बाद रंजन पुलिस से बचने के लिए पटना पहुंचा। उसके बाद वह ट्रेन से गुजरात के राजकोट चला गया‌। लेकिन राजकोट पहुंचने के बाद ही पुलिस को उसका लोकेशन मिल गया और उसे गुजरात पुलिस की मदद से पकड़ लिया गया।