संतुलित आहार नहीं लेने तथा फिजीकल एक्टिविटी के अभाव में हो रहा है जोड़ो का दर्द - डॉ. बिरेन्द्र राम
- चर्चित हड्डी रोग विशेषज्ञ ने कहा कि संतुलित भोजन व नियमित व्यायाम से ठीक किया जा सकता है जोड़ो और कमर का दर्द
केटी न्यूज/डुमरांव
शरीर के जोड़ो तथा कमर दर्द की समस्या अब सामान्य हो गई है। न सिर्फ बुजुर्ग बल्कि युवावस्था में भी लोग इसके शिकार हो रहे है। इसका मुख्य वजह हमारा आहार व व्यवहार है। उक्त बातें चर्चित हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. बिरेन्द्र राम ने कही। अनुमंडलीय अस्तपताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में पद स्थापित डॉ. बिरेन्द्र ने केशव टाइम्स से बातचीत के दौरान जोड़ो के दर्द व कमर दर्द पर विशेष जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज के भौतिक युग में हमारा खान पान व दिनचर्या बिगड़ गई है। भोजन में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनिरल्स, कैल्सियम तथा अन्य जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पा रहा है।
जिस कारण जोड़ो की दर्द तथा कमर दर्द अब सामान्य बीमारी हो गई है। हड्डी रोग विशेषज्ञ ने कहा कि संतुलित भोजन नहीं लेने के कारण ही जोड़ो तथा कमर दर्द की समस्या अब सामान्य हो गई है। इसके अलावे हमारी दिनचर्या भी इसकी मुख्य वजह है। डॉ. बिरेन्द्र ने कहा कि पहले के लोगों की दिनचर्या ऐसी थी कि शारीरिक श्रम अधिक करना पड़ता था। खासकर वाहन के अभाव में लोग पैदल अधिक चलते थे। लेकिन अब शारीरिक श्रम भी कम हो गया है।
जिसका असर हमारे शरीर पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शारीरिक श्रम नहीं होने से मांसपेशियों का शिथिल होना तथा कई अन्य समस्याएं आती है। जिससे निपटने का उपाय नियमित व्यायाम है। उन्होंने कहा कि हमे स्वस्थ्य रहने तथा हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए संतुलित आहार के साथ ही नियमित व्यायाम की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ व्यायाम कर हम हड्डी की कई बीमारियों से निजात पा सकते है।
उन्होंने जोड़ो के दर्द में पेन किलर खाने की आदत को नुकसादेह बताया और कहा कि दर्द नाशक दवाओं का शरीर पर खराब इफेक्ट पड़ता है। हमे ऐसी दवाओं के सेवन से परहेज करना चाहिए तथा व्यायाम करना चाहिए। बता दें कि डॉ. बिरेन्द्र राम की गिनती अच्छे अर्थोपैडिक में होती है।
मरीज उनके अच्छे इलाज के साथ ही कुशल व्यवहार के कायल रहते है। वे अपने मरीजों को दवाओं से अधिक खान पान सुधारने तथा नियमित एक्सरसाइज के लिए प्र्रेरित करते है। यही कारण है कि पूरे अनुमंडल इलाके में उनके मरीजों की तादात काफी अधिक है।