घर-घर होगी कुष्ठ मरीजों की खोज, सेविका, आशा और एएनएम को मिला टॉस्क

जिले से कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी सक्रिय है। इसको लेकर आशा, एएनएम, सेविकाओं को टॉस्क दिये जा रहे हैं। इसकी जिम्मेवारी जिले के हर पीएचसी प्रभारी को सौंपी गई है। शनिवार को डुमरांव पीएचसी प्रभारी डा. आर बी प्रसाद के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें आशा कार्यकर्ता, एएनएम एवं सेविकाएं मौजूद रहीं। सभी को यह बताया गया कि अपने-अपने क्षेत्र के हाउस टू हाउस जाना है

घर-घर होगी कुष्ठ मरीजों की खोज, सेविका, आशा और एएनएम को मिला टॉस्क

केटी न्यूज, डुमरांव।   

जिले से कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी सक्रिय है। इसको लेकर आशा, एएनएम, सेविकाओं को टॉस्क दिये जा रहे हैं। इसकी जिम्मेवारी जिले के हर पीएचसी प्रभारी को सौंपी गई है। शनिवार को डुमरांव पीएचसी प्रभारी डा. आर बी प्रसाद के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें आशा कार्यकर्ता, एएनएम एवं सेविकाएं मौजूद रहीं। सभी को यह बताया गया कि अपने-अपने क्षेत्र के हाउस टू हाउस जाना है

और घर के अभिभावक से पहले मिल अपनी बातों को रखना है, फिर परिवार के संबंध में जानकारी लेना है। घर में जितने सदस्य हैं, सभी की शारीरिक जांच करते हुए फार्म में इंट्री करना है। इंट्री किये गए फार्म के अनुसार ही अग्रेत्तर कार्रवाई होगी, लिहाजा फार्म भरने के बाद घर के अभिभावका हस्ताक्षर होना जरूरी है।

मालूम हो कि पिछले खोजी अभियान में छह मरीज डुमरांव प्रखंड में मिले थे, जिनका इलाज चल रहा है, जिससे उन्हें काफी लाभ मिला है। जरूरत के अनुसार वैसे मरीजों को पटना रेफर भी किया जाता है, जहां उन्हें सारी सुविधाएं मुफ्त में दी जाती है। भ्रमण के दौरान जिस परिवार से मिलेंगी सारी जानकारी को फार्म में भरकर जमा करना होगा।

मालूम हो की कुष्ठ निवारण कार्यक्रम 6 अक्टूबर से शुरू किया जाएगा। शहर से लेकर गांव के वार्ड के हर गली, मोहल्ला में सेविका, आशा कार्यकर्ता, एएनएम को जाना है और परिवार के अभिभावक से मिल उनसे अनुरोध करते हुए हर व्यक्ति की जांकर रिपोर्ट तैयार करना होगा। भरे गए फार्म के अनुसार ही कोई मरीज मिलता है तो उसका इलाज शुरू किया जाएगा। सारी सुविधाएं मुफ्त में दी जाएगी, इसकी भी जानकारी परिवार को देना होगा।

छह अक्टूबर से सभी को फिल्ड में उतर काम को शुरू कर देना है, इसकी जांच के लिये टीम भी गठित की गई है, जो कहीं भी जा सकती है। फिल्ड में किसी प्रकार की परेशानी आती है तो उसके लिये टीम से संपर्क कर सूचना दी जा सकती है, तत्काल सहायता मिलेगी।