हीट वेब की शिकार हुई मध्य विद्यालय एकौनी की छात्रा, अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया ईलाज
- सोमवार से ही रि ओपेन हुए है सरकारी विद्यालय, भीषण गर्मी में स्कूल खुलने से अभिभावकों में है नाराजगी
- प्रैक्टिकल देने आई सुमित्रा कॉलेज की पांच छात्राएं भी हुई बेहोश
केटी न्यूज/डुमरांव
इस भीषण गर्मी में सोमवार से सभी सरकारी विद्यालय खोल दिए गए है। रेड एलर्ट के बीच स्कूल खुलते ही इसका असर छात्रों पर पड़ा। मध्य विद्यालय एकौनी के वर्ग आठ की एक छात्रा वर्ग कक्ष में ही हीट वेव की शिकार हो बीमार पड़ गई। शिक्षकों द्वारा आनन फानन में उसके अभिभावक तथा एंबुलेंस को जानकारी दी गई। सूचना पर पहुंची एंबुलेंस के सहारे उसे इलाज के लिए डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।
जहां इलाज के बाद उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। छात्रा की पहचान स्थानीय गांव के रंजय राम की पुत्री पुतुल कुमारी के रूप में हुई है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र कुमार सिंह ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सुबह करीब साढ़े आठ बजे वह छात्रा अचानक बीमार हो गई। उसे चक्कर आने लगा तथा वह अचेत हो गई। इसके बाद तुरंत उसके अभिभाव को सूचना दी गई और एंबुलेंस बुलाया गया।
बता दें कि पूरे राज्य में भीषण गर्मी पड़ रही है। 14 जून तक बक्सर समेत पूरे बिहार में गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को खोल दिया गया है। सोमवार से ही स्कूल फिर से संचालित हो रहे है और पहले दिन ही कई छात्रों के बीमार होने की जानकारी मिली है। भीषण गर्मी में स्कूल खोले जाने से अभिभावकों में शिक्षा विभाग व सरकार के प्रति गहरी नाराजगी है। अभिभावक रंजय राम, दिनेश राम,
मनोज कुमार, सोहन कुशवाहा आदि ने कहा कि एक तरफ सरकार रेड अलर्ट घोषित कर लोगों से एहतियात बरतने की अपील कर रही है तो दूसरी तरफ स्कूलों को खोल मासूमों को लू के थपेड़ो और भीषण गर्मी का सामना करने के लिए छोड़ दिया गया है। अभिभावकों ने तल्ख मौसम व लू को देखते हुए स्कूलों को कुछ दिनों के लिए बंद करने की मांग बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल से की है।
सुमित्रा कॉलेज में बेहोश हुई प्रैक्टिकल देने आई पांच छात्राएं
वीर कुवर सिंह विश्वविद्यालय द्वारा इस भीषण गर्मी में ही स्नातक द्वितीय खंड की प्रायोगिक परीक्षा करवाई जा रही है। सोमवार को नगर के सुमित्रा कॉलेज में परीक्षा देने आई पांच छात्राएं अचानक बेहोश हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही कॉलेज प्रबंधन परेशान हो गया। पानी का छिंटा मारने के
बाद चार छात्राएं होश में आई, जिन्हें उनके अभिभावक को बुला घर भेज दिया गया है, जबकि एक छात्रा धरौली के जमादार यादव की बेहोशी नहीं टूटी तो उसे एंबुलेंस के सहारे अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. शोभा सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताई कि कॉलेज में ओआरएस व ग्लूकोज उपलब्ध है। लेकिन, छात्राओं ने पहले जानकारी नहीं दी थी।