मुखिया संघ ने तेज किया आंदोलन, बीपीआरओ को सौंपा मांग पत्र
- 22 को प्रखंड व 29 को जिला मुख्यालय में धरना देंगा मुखिया संघ
केटी न्यूज/डुमरांव
बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के आह्वान पर ग्राम पंचायतों के अधिकारों में की जा रही कटौती के खिलाफ मुखिया संघ ने आंदोलन तेज कर दिया है। बता दें कि मुखिया संघ महासंघ के बैनर तले 16 अगस्त से 31 अगस्त तक हड़ताल व कार्य बहिष्कार पर है। इस दौरान किसी भी पंचायत के मुखिया द्वारा किसी भी तरह के सरकारी बैठक में भाग नहीं लिया जाएगा तथा सरकारी कार्यों का क्रियान्वयन भी ठप रहेगा। शुक्रवार को प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर डुमरांव में अनुमंडल के कई पंचायतों के मुखिया की एक बैठक संपन्न हुई।
जिसमें 22 अगस्त को प्रखंड मुख्यालय तथा 29 अगस्त को जिला मुख्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया गया। इस बैठक के बाद बीपीआरओ के माध्यम से 19 सूत्री मांग पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा गया। मांग पत्र में प्रमुख रूप से ग्राम पंचायतों को 73 वे संशोधन के तहत प्रदत 29 अधिकारों को ग्राम पंचायतों को सौंपने, ग्राम सभा की रक्षा के लिए पारित निर्णयों का अनुपालन सुनिश्चित करने, ग्राम सभा से
चयनित योजनाओं को प्राथमिका देने। ग्राम सभा में सरकारी हस्तक्षेप नहीं करने, मुख्यमंत्री सोलर स्ट्रीट लाईट योजना को पुनः पंचायत को सौंपने, पंचायत सरकार भवन के निर्माण की जिम्मा ग्राम पंचायतों को देने, नल जल योजना का क्रियान्वयन पीएचईडी से हटाकर वार्ड क्रियान्वयन समिति को देने, मुखिया, उप मुखिया तथा वार्ड सदस्यों को क्रमशः 10 हजार, 7 हजार और 5 हजार रूपए
प्रतिमाह मानदेय देने। पंचायतों में बंद पड़े कबीर अंत्येष्टि योजना को चालू करने सहित कुल 19 मांग शामिल थे। बीपीआरओ रोहिणी कुमारी को मांग पत्र सौंपने के बाद मुखिया संघ ने तय किया कि प्रखंड स्तरीय व जिला स्तरीय धरना को सफल बनाने की हुंकार भरी गई। इस दौरान बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ की प्रदेश उपाध्यक्ष सह आथर पंचायत की
मुखिया रेखा देवी, डुमरांव मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह, इटाढ़ी मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष कविता देवी, कड़सर पंचायत के मुखिया अजय सिंह, परमानपुर मुखिया अनिल चौबे, अतिमि मुखिया ज्योति देवी, मुंगाव मुखिया इंदल सिंह, मो असगर अली समेत दर्जनों मुखिया मौजूद थे।