अब सीआईएसएफ करेगी चौसा में निर्माणाधीन थर्मल प्लांट की सुरक्षा

चौसा में निर्माणाधीन 1320 मेगावॉट थर्मल पॉवर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था अब सीआईएसएफ के जिम्मे रहेगा। बुधवार को समारोह आयोजित कर एसजेवीएन के अधिकारियों ने सीआईएसएफ के कमांडेंट को सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी सौंपते हुए प्रतीकात्मक चाबी दी गई। इसके साथ ही अब इस कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ के जिम्मे हो गया है।

अब सीआईएसएफ करेगी चौसा में निर्माणाधीन थर्मल प्लांट की सुरक्षा

- सीआईएसएफ कमांडेंट को सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपते हुए दी गई प्रतीकात्मक चाबी

केटी न्यूज/चौसा

चौसा में निर्माणाधीन 1320 मेगावॉट थर्मल पॉवर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था अब सीआईएसएफ के जिम्मे रहेगा। बुधवार को समारोह आयोजित कर एसजेवीएन के अधिकारियों ने सीआईएसएफ के कमांडेंट को सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी सौंपते हुए प्रतीकात्मक चाबी दी गई। इसके साथ ही

अब इस कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था सीआईएसएफ के जिम्मे हो गया है। इसको लेकर प्लांट स्थल पर एक सीआईएसएफ प्रवेश सामारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास शर्मा ने गई। जहां मौके पर सीआईएसएफ के डीआईजी कौशिक गंगौली भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ एसजेवीएन गीत के साथ प्रारम्भ किया गया। इस मौके पर डीआईजी ने ध्वजारोहण किया गया। इस दौरान एसटीपीएल के अधिकारियों द्वारा सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपते हुए कमांडेंट को प्रतीकात्मक चाबी सौंपी गई।इस मौके पर सीईओ विकास शर्मा ने कहा अब सुरक्षा की जिम्मेदारी के साथ सीआईएसएफ की टुकड़ियां पहुंच चुकी है।

जिन्हें जिम्मेदारी भी दी जा चुकी है। इनके आने से प्लांट के सुरक्षा क्षेत्र मजबूत हो गया है। निर्माण कार्य भी बहुत जल्द पूरा कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्लांट की सुरक्षा दो टुकड़ियों को  जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनमें से एक टुकड़ी प्लांट के मुख्य द्वार और संवेदनशील स्थानों की निगरानी करेगी, जबकि दूसरी टुकड़ी प्लांट परिसर में गश्त करेगी।

इस कदम का उद्देश्य राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाना और संभावित खतरों से बचाव सुनिश्चित करना है। वही, डीआईजी ने बताया कि 1956 से केंद्रीय औधोगिक बल की स्थापना की गई थी। तब से अब तक अपना कार्य बखूबी निभा रहे है। आगे भी सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे।

उन्होंने  भरोसा दिलाया कि वे प्लांट की सुरक्षा के लिए कठोर निगरानी और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करेंगे। इस कार्यक्रम का संचालन एचआर के मितेश यादव ने की।मौके मुख्य वित्त अधिकारी नवीन झा, मानव संसाधन के बलजीत सिंह, अधिकारी पुलक मुकोपाध्याय, सीआईएसएफ कमांडेंट

मो. नैयर आजम खां, डिप्टी कमांडेंट रघुवेन्द्र सिंह आदि अधिकारीगण शामिल थे।गौरतलब हो कि हाल के दिनों में स्थानीय किसानों के आंदोलन के चलते कई बार इस थर्मल पॉवर प्लांट का निर्माण कार्य बाधित हो चुका है। जिस कारण अब इस प्लांट की सुरक्षा की जिम्मेवारी सीआईएसएफ को सौंपी गई है।