ए साहेब, हमार लईकवा कहां बा...
- एक डेढ़ महीने से लापता पुत्र के लिए एक मां लगा रही है थाने से लेकर एसपी कार्यालय तक का चक्कर
केटी न्यूज/केसठ/बक्सर
एक तरफ पुलिस कह रही है की पुलिस आपके सेवा में सदैव तत्पर लेकिन ये कितना हकीकत है, इसका खुलासा तब हुआ जब एक वृद्धा लखमुनिया देवी मंगलवार फरियाद ले कर एसपी कार्यालय बक्सर पहुंची। वृद्धा महिला का कहना है कि आज के दौर में न्याय पाना बहुत कठिन होता जा रहा है। महिला ने बताई कि मैं केसठ प्रखंड के खरवनियां गांव की रहने वाली हूं। मेरे पुत्र का नाम द्वारिका कुमार है। जिसकी उम्र लगभग 24 वर्ष है।
नौ जनवरी को गांव के ही दो युवक उसे लेकर कमाने के लिए दूसरे प्रदेश गए थे। लेकिन, अगले ही दिन वे लौट आए। मेरे बेटे का कहीं पता नहीं चला। मैं बार-बार उनके दरवाजे पर जाती रही। मेरा बेटा कहां है, उसका क्या हाल है। लेकिन, वे सही जवाब नहीं दे रहे। मैं मदद के लिए पुलिस के पास भी गई। 16 जनवरी को मेरी शिकायत वहां दर्ज की गई। लेकिन, पुलिस अब तक कुछ नहीं की है।
एक माह से अधिक का समय गुजर गया। थाने जाने पर वे लोग कहते हैं कि तुम्हारा बेटा मेरे पॉकेट में है क्या कि निकालकर दे दें। उनका जवाब मुझ बूढ़ी महिला को नागवार गुजरता है। मैं मजबूर होकर आज एसपी साहब से मदद मांगने आई हूं। साथ ही साथ महिला ने कहा की वो इस संदर्भ में नावानगर में थाने में दो लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। लेकिन अभी तक पुलिस को लापता युवक का कोई सुराग नहीं मिला।
महिला ने बताई की नामजद प्राथमिकी होने बाद भी आरोपी बाहर घूम रहे है और पुलिस सोई हुई है। अपने पुत्र की सकुलशल बरामदगी के लिए वृद्ध महिला थाने सहित वरीय अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर काट रही है। पीड़िता ने अपने पुत्र को खोज निकालने के लिए एसपी मनीष कुमार से गुहार लगाई है। अब देखना है कि एसपी से गुहार लगाने के बाद पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है।