दूसरे दिन उतराया मिला कर्मनाशा में डूबे किशोर का शव, मुआवजा को लेकर परिजनों ने किया सड़क जाम
राजपुर थाना क्षेत्र के डिहरी गांव में कर्मनाशा नदी में डूबे किशोर उमेश कुमार उर्फ छोटू पिता रामाशीष राम का शव घटना के दूसरे दिन मंगलवार को उत्तर प्रदेश की सीमा में स्थित सायर घाट से बरामद किया गया। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर कैमूर स्टेट हाईवे को डिहरी गांव के पास जाम कर दिया था।

-- सीओ के समझाने पर ग्रामीणों ने हटाया जाम, मिलेगा नियमानुसार मुआवजा
-- सोमवार को भैंस धोने के दौरान कर्मनाशा में डूब गया था डिहरी गांव का किशोर
केटी न्यूज/बक्सर
राजपुर थाना क्षेत्र के डिहरी गांव में कर्मनाशा नदी में डूबे किशोर उमेश कुमार उर्फ छोटू पिता रामाशीष राम का शव घटना के दूसरे दिन मंगलवार को उत्तर प्रदेश की सीमा में स्थित सायर घाट से बरामद किया गया। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर कैमूर स्टेट हाईवे को डिहरी गांव के पास जाम कर दिया था।
बता दें कि सोमवार की दोपहर किशोर अपने मवेशियों को धोने कर्मनाशा नदी गया था। इसी दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया। स्थानीय गोताखोरों ने देर शाम तक खोजबीन की, लेकिन सफलता नहीं मिली। मंगलवार की सुबह किशोर का शव नदी में बहता हुआ यूपी की सीमा में मिला। सूचना पर परिजन शव लेकर गांव पहुंचे।
शव पहुंचते ही आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर कैमूर स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। मौके पर पहुंचे एसआई पुलिस बल के साथ जाम स्थल पहुंचे लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाने का प्रयास किया जा रहा है। लगभग डेढ़ घण्टे जाम करने वाले ग्रामीण बड़े अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े है।
करीब तीन घंटे बाद 10.30 बजे सीओ उद्धव मिश्र मौके पर पहुंचे, उन्होंने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया तथा उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद स्वजनों का आक्रोश शांत हुआ तथा स्वजनों ने जाम हटाया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेजा।
-- प्रशासनिक उदासीनता तीन घंटे तक लगा रहा जाम
इस घटना के बाद प्रशासनिक उदासीनता पर सवाल खड़े हो गए है। ग्रामीणों ने सुबह सात बजे ही ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे को डिहरी के पास जाम कर दिया था तथा घटना स्थल पर वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े थे, बावजूद स्थानीय सीओ को वहां पहुंचने में तीन घंटे का समय लग गया। इस दौरान जाम से वाहन चालकों के साथ ही आम लोगों को खासे परेशान होना पड़ा।