पूर्वी चंपारण के नन्हे वैज्ञानिक चमकाएंगे नाम, इन्सपायर अवार्ड मानक में दर्ज की नई उपलब्धि
पूर्वी चंपारण शिक्षा विभाग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) राजन कुमार गिरी के नेतृत्व और समग्र शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रह्लाद प्रसाद गुप्ता के कुशल निर्देशन में जिला इंस्पायर अवार्ड मानक कार्यक्रम में लगातार प्रगति कर रहा है। बिहार के शीर्ष 10 जिलों में जगह बनाने के बाद अब लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ 5 में प्रवेश का है।

-- कड़ी मेहनत और नवाचार से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने की ओर शिक्षा विभाग
केटी न्यूज/पूर्वी चंपारण
पूर्वी चंपारण शिक्षा विभाग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) राजन कुमार गिरी के नेतृत्व और समग्र शिक्षा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रह्लाद प्रसाद गुप्ता के कुशल निर्देशन में जिला इंस्पायर अवार्ड मानक कार्यक्रम में लगातार प्रगति कर रहा है। बिहार के शीर्ष 10 जिलों में जगह बनाने के बाद अब लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ 5 में प्रवेश का है।
जिले के 27 प्रखंड और 6 अनुमंडल के विद्यालयों से अब तक लगभग 2600 विद्यार्थियों के इन्नोवेटिव आईडियाज ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं। कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों के नए और अनोखे विचारों को विज्ञान शिक्षक, प्रधानाध्यापक और सक्रिय शिक्षकों की मदद से विभाग तक पहुंचाया जा रहा है।
-- मेहनती शिक्षकों की भूमिका अहम
इस पहल को आगे बढ़ाने में जिले के शिक्षकों की सक्रियता सबसे बड़ी ताकत साबित हो रही है। विज्ञान शिक्षक और प्रधान शिक्षक अपने-अपने विद्यालय और प्रखंडों में बच्चों को प्रेरित कर रहे हैं। सक्रिय शिक्षक डॉ. मनीष कुमार शशि का कहना है कि “इन्नोवेटिव आईडियाज अपलोड करने से विद्यार्थियों को न सिर्फ विज्ञान की दुनिया में प्रवेश का रास्ता मिलता है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और विकास की नींव भी मजबूत होती है।”
-- अंतिम तिथि 30 सितंबर, चेतावनी भी जारी
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यालय के संभाग प्रभारी अरूणेश प्रसाद ने साफ कहा है कि सभी विद्यालयों को अपने विद्यार्थियों के नवाचारी विचार 30 सितंबर 2025 तक पोर्टल पर अपलोड कर देना अनिवार्य है। ऐसा न करने वाले विद्यालयों के विरुद्ध विभाग सख्त कदम भी उठा सकता है।
-- राज्य और देश में नाम रोशन करने की उम्मीद
बड़ा जिला और मेहनती शिक्षकों की प्रतिबद्धता ही पूर्वी चंपारण की पहचान है। अगर सभी विद्यालय निर्धारित समय सीमा के भीतर विद्यार्थियों के विचार अपलोड कर देते हैं, तो निश्चय ही जिला राज्य और देश स्तर पर एक बेहतर स्थान हासिल कर सकता है।
पूर्वी चंपारण के नन्हे वैज्ञानिकों की कल्पनाशीलता और शिक्षकों की मेहनत आने वाले समय में जिले को शिक्षा और नवाचार की दिशा में नई ऊंचाई पर ले जाने वाली है।