डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के अल्ट्रासाउंड में ताला लटकने से मरीज रहे परेशान

अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों के लिए डाक्टर से लेकर तकनीकी सुविधा तक बहाल है। बावजूद लोगों को उसका लाभ नहीं मिल पाता है, जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। माह के हर 9 और 21 तारीख को गर्भवती महिलाओं की जांच होती है।

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के अल्ट्रासाउंड में ताला लटकने से मरीज रहे परेशान

केटी न्यूज/डुमरांव 

अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों के लिए डाक्टर से लेकर तकनीकी सुविधा तक बहाल है। बावजूद लोगों को उसका लाभ नहीं मिल पाता है, जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। माह के हर 9 और 21 तारीख को गर्भवती महिलाओं की जांच होती है। जांच के दौरान उनका अल्ट्रासाउंड भी कराया जाता है, जिससे मां के गर्भ में बच्चे की स्थिति क्या है, चिकित्सक को पता चलता है। शनिवार को गर्भवती महिलाएं जांच के लिए अनुमंडलीय अस्पताल पहुंची हुई थी, लेकिन अल्ट्रासाउंड चलाने वाले डाक्टर मौजूद नहीं थे, जिससे मरीजों के अभिभावक काफी परेशान थे। अपराह्न एक बजे अल्ट्रासाउंड करने वाले डाक्टर अस्पताल में पहुंचे, तबतक बहुत से मरीज निली क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए चले गए थे। मरीज के साथ आए अभिभावकों का कहना है कि सरकार जो सुविधा दे रखा है, उसका उपयोग मरीजों को सही से नहीं मिल पाता है। बता दें की निजी क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड गरीब मरीज नहीं करा सकता है। ऐसे में सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि डाक्टरों की लापरवाही से मरीजों कितने आर्थिक और मानसिक रूप से गुजरना पड़ता है। इस संबंध में जब अस्पताल के डीएस डा. गिरीश कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया की मेरी तबियत खराब है, मैं छुट्टी पर हूं, लेकिन एनसी जांच के दौरान अल्ट्रासाउंड का काम समय से शुरू हो जाना चाहिए।