सोनवर्षा में बालू लदी ट्रैक्टर जब्त पुलिस से उलझे माफिया, तीन घंटे तक जाम रहा हाईवे
- वरीय पदाधिकारियों ने समझा बुझा हटाया जाम
- सात नामजद व 20 अज्ञात पर दर्ज हुआ एफआईआर
फोटो- टायर जला सड़क जाम करते लोग
केटी न्यूज/नावानगर
सोमवार को बालू लदी ट्रैक्टर को जब्त कर ला रही सोनवर्षा ओपी पुलिस को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध करने वाले पुलिस पर भेदभाव बरतने तथा वीडियो बनाने के दौरान मोबाईल छिनने का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान सोनवर्षा हाई स्कूूल के पास तीन घंटे तक आरा मोहनिया हाईवे जाम रहा। बाद में डुमरांव सर्किल इंस्पेक्टर विमल दास व नावानगर सीओ अजित कुमार के समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ। जबकि भारी विरोध के बावजूद पुलिस ने अवैध बालू से लदी दो ट्रैक्टरों को जब्त कर थाने लाई और उस पर जुर्माने की राशि तय करने के लिए खनन विभाग व परिवहन विभाग को इसकी जानकारी दी। सड़क जाम कर पुलिस के काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में स्थानीय पुलिस ने सात नामजद व 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच में जुट गई है। जबकि दोनों ट्रैक्टर मालिकों पर भी बालू की अवैध ढुलाई सहित खनन कानूनों के तहत एफआईआर दर्ज किया गया। पुलिस इस मामले में बालू माफियाओं की संलिप्तता की जांच भी कर रही है। हाई-वे पर परिचालन ठप होने से तीन घंटे तक वाहन चालकों व आम यात्रियों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ा।
लोगों ने दोनों ट्रैक्टर को रोक चालकों को वहां से भगा दिया
मिली जानकारी के अनुसार सोनवर्षा ओपी पुलिस गुप्त सूचना पर लाल बालू से लदी दो ट्रैक्टरों को जब्त कर उनके चालकों से ही ट्रैक्टर चलवा थाने पर ला रही थी। इसी दौरान हाई स्कूल के पास लोगों ने दोनों ट्रैक्टर को रोक चालकों को वहां से भगा दिया। हालाकि तुरंत मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह ट्रैक्टरों को लेकर थाना पहुंची। इस दौरान स्थानीय निवासी पुलिस टीम से भी उलझ गए तथा एक ट्रैक्टर को छोड़ने, मोबाइल छिन वीडियो डिलीट करने का आरोप लगा आरा मोहनिया हाईवे को टायर जला जाम कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही सर्किल इंस्पेक्टर विमल दास, सीओ अजित कुमार, नावानगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय, वासुदेवा ओपी प्रभारी विष्णु कुमार सदल बल मौके पर पहुंच लोगों को समझा बुझा जाम हटवाया।
बालू माफिया रहते हैं सक्रिय
सूत्रों की मानें तो इस इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध बालू की ढुलाई होती है तथा अमरपुरी गांव के पास बालू माफिया सक्रिय रहते हैं। जो बालू की बिक्री भी करवाते हैं। जानकारों का कहना है कि पुलिस द्वारा बालू लदी ट्रैक्टरों को जब्त किए जाने के बाद सक्रिय बालू माफियाओं ने ही चालकों को भगवा सड़क जाम करवाया था। इस दौरान पुलिस से उलझने के साथ ही पुलिस पर दोष मढ़ने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने जब उनका मोबाइल लौटाया तो उसमें वीडियो डिलीट नहीं हुआ था बल्कि उनका वीडियो सुरक्षित था। ऐसे में उनका आरोप गलत साबित हुआ।
आरोपितों पर की जा रही है कार्रवाई :
गुप्त सूचना पर बालू लदी दो टैक्ट्ररों को जब्त किया गया है। घटना के बाद वरीय पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। तत्पश्चात, सड़क जाम करने वालों पर एफआईआर कर जांच की जा रही है। इस मामले में बालू माफियाओं की भूमिका की जांच हो रही है। - ज्ञान प्रकाश, सोनवर्षा ओपी प्रभारी