नावानगर अंचल कार्यालय की कार्यशैली पर फूटा जनप्रतिनिधियों का गुस्सा, घेराव की चेतावनी
स्थानीय प्रखंड कार्यालय स्थित सभा कक्ष में सोमवार को पंचायत समिति की एक बैठक आयोजित की गई। इसके पूर्व प्रखंड प्रमुख अंकित कुमार उर्फ अंकित यदुवंशी ने नवनिर्मित सभा कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया। साथ ही इस भवन को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख व संचालन बीडीओ मनोज कुमार ने किया। बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों, बीडीसी सदस्यों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया था। बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रखंड क्षेत्र में संचालित विकास योजनाओं की समीक्षा, जनसमस्याओं के समाधान एवं आगामी विकास कार्यों पर चर्चा करना था।

- पंचायत समिति की बैठक में उठे सवाल, दो दिन में सुधार नहीं तो आंदोलन तय
केटी न्यूज/नावानगर
स्थानीय प्रखंड कार्यालय स्थित सभा कक्ष में सोमवार को पंचायत समिति की एक बैठक आयोजित की गई। इसके पूर्व प्रखंड प्रमुख अंकित कुमार उर्फ अंकित यदुवंशी ने नवनिर्मित सभा कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया। साथ ही इस भवन को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख व संचालन बीडीओ मनोज कुमार ने किया। बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों, बीडीसी सदस्यों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया था। बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रखंड क्षेत्र में संचालित विकास योजनाओं की समीक्षा, जनसमस्याओं के समाधान एवं आगामी विकास कार्यों पर चर्चा करना था। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना, जल-नल योजना, सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति, मनरेगा एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। कई पंचायतों की ओर से सामुदायिक भवन, नाली निर्माण, सड़क मरम्मत एवं पेयजल योजनाओं के नए प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए गए।
हालांकि बैठक का माहौल उस समय गरमा गया जब जनप्रतिनिधियों ने अंचल कार्यालय की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए। प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि अंचल कार्यालय में व्यापक अनियमितता, लापरवाही और भ्रष्टाचार व्याप्त है। आम जनता द्वारा दिए गए आवेदन महीनों तक लंबित रहते हैं। प्रतिनिधियों ने कहा पता नहीं जनता के आवेदन को निष्पादन ससमय किस कारण से नहीं हो पा रही है। आखिर अंचल कार्यालय किस चीज का इंतजार करता हैं। इधर प्रखंड प्रमुख ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा, यदि दो दिनों के भीतर लंबित आवेदनों का निष्पादन नहीं होता है, तो जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर अंचल कार्यालय का घेराव किया जाएगा और बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
अब अंचल कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। बैठक में अंचल अधिकारी की अनुपस्थिति पर भी नाराज़गी व्यक्त की गई। साथ ही उनकी कार्यशैली की गैर-जिम्मेदारी करार दिया गया। प्रखंड प्रमुख ने कहा जनता अब जागरूक हो चुकी है। हम उनकी आवाज को दबने नहीं देंगे। जो अधिकारी जवाबदेह नहीं हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बैठक के दौरान सदस्य अंचलाधिकारी के प्रति हमलावर रूख अख्तियार किए रहे। बैठक में कुछ विभागीय कर्मचारियों और बीडीसी सदस्यों की अनुपस्थिति पर भी कड़ी नाराज़गी जताई गई और उनके विरुद्ध कार्रवाई की सिफारिश की गई। अंततः, यह बैठक केवल योजनाओं की समीक्षा का मंच नहीं रही, बल्कि जनप्रतिनिधियों के तेवरों और जनता के मुद्दों ने इसे प्रशासन के लिए एक चेतावनी सभा बना दिया। जनप्रतिनिधियों के तेवर से अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ी रही।
बयान
प्रखंड प्रमुख के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम अंचल पदाधिकारी से मिलकर बैठक के दौरान उठाए गए प्रश्न पर वार्ता करके सुचारु रुप से कार्य प्रगति पर लाने का सुझाव देगी। जनता के कार्यों का ससमय निष्पादन करना सबकी जिम्मेवारी है। - मनोज कुमार, बीडीओ नावानगर