रघुनाथपुर रेल हादसें ने दी कईयों को जिंदगीभर की टीस

रघुनाथपुर रेल हादसें ने दी कईयों को जिंदगीभर की टीस

- दुर्घटना में हाथ टूटने से एसएसबी जवान बनने से चुके गाजियाबाद के अनुज

केटी न्यूज/ब्रह्मपुर

11 अक्टूबर को रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर हुए डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के डिरेल होने की घटना ने कईयों को जीवन भर की टीस दे दी है। बता दें कि इस रेल हादसे में चार यात्रियों की मौत हुई थी जबकि 63 यात्री जख्मी हुए थे। जख्मियों में कई को गंभीर चोटें आई है तथा वे जीवन भर के लिए अपंग हो सकते है। लेकिन इस दुर्घटना में जख्मी होने वालों में एक ऐसा भी बदनसीब यात्री था जिसका कैरियर ही तबाह हो गया है। हम बात कर रहे है उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के रहने वाले अनुज कुमार की। अनुज भी उक्त टेªन में सवार होकर गाजियाबाद से आसाम जा रहे थे। वे एसएसबी का रिटेन व फिजीकल पास कर चुके थे। सिर्फ मेडिकल टेस्ट देना बाकी रह गया था। मेडिकल टेस्ट पास करते ही अनुज एसएसबी जवान बनने वाले थे। वे काफी उम्मीद के साथ अपनी यात्रा शुरू किए थे। लेकिन रघुनाथपुर के पास टेªन हादसे का शिकार हो गए, जिसमें उनका दाहिना हाथ टूट गया। प्राथमिक इलाज के बाद वे इस उम्मीद में अपने दोस्तों के साथ एसएसबी कैंप गए थे कि शायद एसएसबी के अधिकारी टेªन हादसें के मद्देजर उन्हें मेडिकल के लिए कुछ दिन की मोहलत दे दे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। निराश हो अनुज को वापस लौटना पड़ा। लौटने के दौरान रघुनाथपुर स्टेशन पर अनुज ने आपबीती सुनाई और बताया कि अब उनका उम्र भी पारा मिलेट्री या पुलिस फोर्स के सलेक्शन के लिए नहीं रह गया है। यह अंतिम अवसर था जो रेलवे की लापरवाही से चला गया। जिस कारण अनुज काफी निराश थे। हालांकि वे दुर्घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता तथा मानवीय संवेदना से काफी खुश दिखे और बताया कि ग्रामीणों प्रयास से ही मौत का आंकड़ा कम हुआ। अनुज ने इस दुर्घटना में जख्मी यात्रियों के लिए देवदूत बने रघुनाथपुर के ग्रामीणों को धन्यवाद दिया है।