राजपुर ट्रिपल मर्डर : ईओयू की एंट्री, आर्थिक अपराध शाखा के एसपी के नेतृत्व में टीम ने लिया घटना स्थल का जायजा
राजपुर में हुए तिहरे हत्याकांड मामले में ईओयू की एंट्री हो गई है। मंगलवार को ईओयू के एडीजे नैयर हसनैन खां के निर्देश पर एसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की एक टीम राजपुर के अहियापुर पहुंच घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं, टीम ने स्थानीय पुलिस से बात कर घटना की विस्तृत जानकारी भी ली।

- टीम ने अहियापुर पहुंच घटना स्थल का लिया जायजा, कई बिंदुओं पर की जांच, पुलिस की अबतक की कार्रवाई से जताया संतोष
- ईओयू के एडीजे नैयर हसनैन खां के निर्देश पर आई थी टीम
केटी न्यूज/बक्सर
राजपुर में हुए तिहरे हत्याकांड मामले में ईओयू की एंट्री हो गई है। मंगलवार को ईओयू के एडीजे नैयर हसनैन खां के निर्देश पर एसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की एक टीम राजपुर के अहियापुर पहुंच घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं, टीम ने स्थानीय पुलिस से बात कर घटना की विस्तृत जानकारी भी ली।
इस दौरान टीम ने पुलिस की अबतक की कार्रवाई को संतोषजनक बताया। एसपी शुभम आर्य ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि तिहरा हत्याकांड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है। आर्थिक अपराध इकाई द्वारा भी इसी के तहत जांच की गई है।
अभियुक्तों को शीघ्र किया जाएगा गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों मनोज यादव व संतोष यादव के साथ ही इस हत्याकांड में शामिल अन्य अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी ने कहा कि पुलिस इस हत्याकांड को काफी गंभीरता से ले रही है तथा इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि न्यायालय से आरोपियों के खिलाफ वारंट निर्गत हो चुका है। उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। एसपी ने कहा कि जल्दी ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।
शनिवार को अहियापुर में दबंगोे ने खेली थी खून की होली
बता दें कि अहियापुर गांव में चुनावी रंजिश व वर्चस्व की जंग में दबंगों ने खून की होली खेली थी। इस दौरान मनोज यादव व संतोष यादव ने अपने गुर्गो के साथ सुबह में नहर पुल पर बैठे पीड़ित परिवार के लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया था। इस घटना में अहियापुर निवासी बिरेन्द्र सिंह, सुनील सिंह व विनोद सिंह की मौत हो गई थी, जबकि गोलीबारी के शिकार अमित उर्फ मंटू यादव व पूजन सिंह उर्फ पूंज अभी भी वाराणसी में इलाजरत है तथा जीवन व मौत से जूझ रहे है। घटना के बाद से इस गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।
पीड़ितो के घर वीडियो बनाते पकड़े गए है दो युवक, पूछताछ जारी
वहीं, अहियापुर के पीड़ितों के घर से दो संदिग्ध युवक पकड़े गए है। वे घर तथा सदस्यों का वीडियो बना रहे थे। इस दौरान घर की महिलाओं की उनपर नजर पड़ी तथा महिलाओं ने दोनों को पकड़ पुलिस के हवाले किया। जानकारों का कहना है कि उनके मोबाईल से पीड़ितों के घर बनाए गए कुछ वीडियो भेजने के भी साक्ष्य मिले है।
सदर डीएसपी धीरज कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि हो सकता है कि युवकों से पूछताछ के बाद हत्यारों तक पहुंचने का कोई सुराग मिल सकता है। बहरहाल अभी तक युवकों ने पुलिस को कुछ नहीं बताया है कि वीडियो बनाने का उनका मकसद क्या था, लेकिन इस घटना के बाद पीड़ित परिवार डरा सहमा हुआ है।
अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है पीड़ित परिवार
वहीं, इस घटना के बाद चौथे दिन भी पीड़ित परिवार सामान्य नहीं हो पाया है। मंगलवार को भी पूरे दिन घर की महिलाओं के सिसकने की आवाजे आती रही। हालांकि, पिछले तीन दिन से जो क्रंदन चित्कार मची थी, उसमें कुछ कमी जरूर आई थी। मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से अभी भी पीड़ित असहज महसूस कर रहे है।
बयान
तिहरे हत्याकांड को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है। हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए वैज्ञानिक पद्धति का सहारा लिया जा रहा है। पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है। जल्दी ही इस घटना में शामिल हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में होंगे। - शुभम आर्य, एसपी, बक्सर