शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में पर्व मनाए जिलेवासी, उपद्रवियों पर रहेगी नजर - डीएम-एसपी
आगामी दुर्गापूजा पर्व को लेकर समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने संयुक्त रूप से की। इस दौरान जिले भर से आए शांति समिति के सदस्यों के अलावा जिला व अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में पर्व को शांति, सौहार्द और सुरक्षा के साथ मनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया।

-- दुर्गापूजा पर्व को लेकर बक्सर में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक संपन्न, जिलाधिकारी ने दिए कई आवश्यक निर्देश
केटी न्यूज/बक्सर
आगामी दुर्गापूजा पर्व को लेकर समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति की अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह एवं पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने संयुक्त रूप से की। इस दौरान जिले भर से आए शांति समिति के सदस्यों के अलावा जिला व अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में पर्व को शांति, सौहार्द और सुरक्षा के साथ मनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और जिम्मेदारियों का बंटवारा किया गया।
बैठक की शुरुआत शांति समिति के सदस्यों के विचार-विमर्श से हुई। इसके बाद जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि पर्व से पूर्व सभी तैयारियां हर हाल में पूरी कर ली जाएं। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिया गया कि दुर्गापूजा के पहले सभी मार्गों की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। वहीं, बिजली विभाग को लूज एवं लटके तारों की मरम्मत तत्काल करने का आदेश दिया गया।
-- पंडालों की सुरक्षा और मानक
बैठक में यह साफ कर दिया गया कि सभी पूजा समितियां अपने-अपने पंडालों और विसर्जन जुलूस के लिए अनुज्ञप्ति अनिवार्य रूप से प्राप्त करें। मूर्ति की ऊंचाई 20 फीट से अधिक न हो, जबकि ऊपर की संरचना 40 फीट से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। पंडालों में सीसीटीवी कैमरे लगाना, वैध विद्युत कनेक्शन लेना और फायर सेफ्टी के प्रावधान पूरे करना अनिवार्य होगा। डीएम ने निर्देश दिया कि पूजा समितियां कृत्रिम रंगों में पारा, कैडमियम, आर्सेनिक जैसी जहरीली धातुओं का प्रयोग न करें। साथ ही, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था और वॉलंटियर्स की पूरी सूची प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए। प्रत्येक वॉलंटियर को पहचान पत्र जारी करना भी आवश्यक होगा।
-- जुलूस और विसर्जन पर विशेष निर्देश
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जुलूस पुराने मार्गों पर ही निकाले जाएंगे और इसके लिए अनुमति पूर्व शर्तों के पालन के बाद ही दी जाएगी। जुलूस निकालने वाले आयोजकों की पहचान अनिवार्य होगी। कम से कम 10 से 15 प्रतिभागियों के आधार कार्ड व मोबाइल नंबर प्रशासन को देने होंगे। जुलूस में हथियार ले जाना, भड़काऊ नारे लगाना और अश्लील या उत्तेजक गाने बजाना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। डीजे पर पूर्णतः रोक रहेगी और प्रतिमाओं का विसर्जन कृत्रिम तालाब में ही किया जाएगा। नदी में नावों के परिचालन पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया गया।
-- स्वास्थ्य और अग्निशमन व्यवस्था अलर्ट
सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, अनुमंडल अस्पतालों और सदर अस्पताल में 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध रहें। एम्बुलेंस, आवश्यक दवाएं और चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। वहीं, अग्निशमन विभाग को पर्व की अवधि में बक्सर व डुमरांव में अग्निशमन वाहन और कर्मियों को पूरी तरह तैयार रखने का आदेश दिया गया।
-- पुलिस-प्रशासन की सख्त निगरानी
पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने कहा कि सभी मुख्य चौक-चौराहों और मार्गों पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों की तैनाती रहेगी। बाइक गश्ती के अलावा सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जाएगी और किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि विसर्जन जुलूस के दौरान पुलिस स्कॉट की व्यवस्था की जाएगी। यातायात व्यवस्था के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार रहेगा। रावण वध कार्यक्रम के पूर्व किला मैदान में एंटी-सबोटाज जांच भी कराई जाएगी। सभी पंडालों के आसपास पुलिस बल और पेट्रोलिंग पार्टियां तैनात रहेंगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त आकाश चौधरी, अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी बक्सर-डुमरांव, भवन और विद्युत प्रमंडल के अभियंता, सिविल सर्जन, अग्निशाम पदाधिकारी समेत जिला स्तरीय शांति समिति के सम्मानित सदस्य उपस्थित थे।
डीएम और एसपी ने कहा कि दुर्गापूजा न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है बल्कि सामाजिक सौहार्द का भी प्रतीक है। अतः सभी लोग मिलकर इसे शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से मनाएं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।