पराली जलाने वाले किसानों का रद्द हो रहा है निबंधन - डीएम

पराली जलाने वाले किसानों का रद्द हो रहा है निबंधन - डीएम

- वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज में फसल अवशेष कार्यशाल को डीएम ने किया संबोधित

केटी न्यूज/डुमरांव

पराली जलाने वाले किसानों का निबंधन रद्द किया जा रहा है। उन्हें किसी तरह का लाभ नहीं दिया जाएगा। उक्त बातें बुधवार को बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल ने डुमरांव के वीर कुंवर सिंह कृषि कॉलेज परिसर में कही। वे कॉलेज द्वारा आयोजित फसल अवशेष प्रबंधन कार्यशाला में भाग लेने आए थे।

जिसमें जिलें एवं जिलें से बाहर के किसानों को फसल पराली प्रबंधन के संबंध में विभाग के द्वारा निर्गत दिशा निर्देशों से अवगत कराया गया तथा पराली जलाने से होने वाले दुष्परिणामों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। डीएम ने कहा कि पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई शुरू हो गई है।

उन्हें भविष्य में किसी भी योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। वही कृषि वैज्ञानिकों ने उपस्थित किसानों को पराली प्रबंधन के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग पर बल दिया। कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि वैज्ञानिक खेती को अपना किसान फसल अवशेष को कमाई का जरिया तथा

अगली खेती के लिए जैविक उर्वरक बना सकते है। मौके पर मौजूद किसानों को पराली नहीं जलाने का संकल्प भी दिलवाया गया। मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डा. रियाज अहमद, धनंजय त्रिपाठी समेत कॉलेज के कई अन्य कृषि वैज्ञानिक व किसान उपस्थित थे। 

प्रताप सागर में किया नल जल योजना की जांच

कृषि कॉलेज से लौटने के दौरान डीएम ने प्रतापसागर में नल जल योजना की जांच भी किए एवं संबंधित पदाधिकारी को जरूरी दिशा निर्देश देते हुए नल जल की टंकी का रंग रोगन कराने का निर्देश दिया। डीएम ने टंकी के पास पर्याप्त सफाई रखने को कहा। इसके बाद वे $2 उच्च विद्यालय चिलहरी का

निरीक्षण किये। निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्कूल परिसर में पर्याप्त साफ-सफाई कराने का निदेश प्रधानाध्यापक को दिया। वही उन्होंने शिक्षकों को समय से विद्यालय आने तथा निर्धारित समय के बाद ही स्कूल बंद करने को कहा। डीएम ने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।