विकास पुरुष लालमुनी चौबे की जयंती पर स्मरण

बक्सर लोकसभा क्षेत्र के चार बार के पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता स्व. लालमुनी चौबे की जयंती पर शनिवार को नगर भाजपा इकाई की ओर से श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष (पश्चिमी) अजय वर्मा ने की जबकि संचालन नगर महामंत्री अंजय चौबे ने किया।

विकास पुरुष लालमुनी चौबे की जयंती पर स्मरण

- जनप्रतिनिधित्व और सादगी से जनता के दिलों में बनाई जगह

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर लोकसभा क्षेत्र के चार बार के पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता स्व. लालमुनी चौबे की जयंती पर शनिवार को नगर भाजपा इकाई की ओर से श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष (पश्चिमी) अजय वर्मा ने की जबकि संचालन नगर महामंत्री अंजय चौबे ने किया।

सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्व. लालमुनी चौबे ने बक्सर के विकास को नई दिशा देने के लिए अपने संसदीय कार्यकाल में उल्लेखनीय योगदान दिया। वे लगातार चार बार सांसद निर्वाचित हुए और इस दौरान उन्होंने स्थानीय समस्याओं को संसद तक मजबूती से पहुँचाने का काम किया। उनकी छवि सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले नेता की रही, जिन्होंने हमेशा जनता के हित को प्राथमिकता दी।

पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार सिंह ने उन्हें याद करते हुए कहा कि चौबे न केवल सफल जनप्रतिनिधि रहे बल्कि बक्सर की जनता के सच्चे सेवक और विकास पुरुष के रूप में उनकी पहचान बनी। उनके राजनीतिक जीवन की दृढ़ता और जनता के बीच गहरी पैठ आज भी प्रेरणास्रोत है।

अन्य वक्ताओं ने कहा कि चौबे को जनता ने अपार स्नेह और सम्मान दिया। यही वजह है कि आज भी बक्सर की गलियों से लेकर गांवों तक लोग उन्हें श्रद्धा से स्मरण करते हैं। उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। वक्ताओं ने यह भी संकल्प लिया कि चौबे के सपनों के अनुरूप बक्सर के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य किया जाएगा।

कार्यक्रम में भाजपा नेता अमर जायसवाल, संत सिंह, श्रीमन नारायण तिवारी, सुनील सिंह, संध्या पांडे, राकेश महतो, राकेश सिंह, सुभाष सिंह, रमेश वर्मा, अजय श्रीवास्तव, गोरखनाथ वर्मा, मनीष चौबे, राजेश पांडे, आशु राय, अक्षय ओझा, सूर्यभान सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा महज स्मरण भर नहीं रही, बल्कि यह बक्सर की राजनीतिक और सामाजिक चेतना को यह याद दिलाने का अवसर भी बना कि जनता के लिए समर्पित नेतृत्व ही स्थायी पहचान बनाता है।