चेतावनी बिंदू के करीब पहुंची गंगा, कम हुआ रफ्तार, कर्मनाशा भी उफान पर

बक्सर में बाढ़ का खतरा एकदम करीब आ गया है। गुरूवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदू को छूने लगा है। शाम सवा छह बजे गंगा चेतावनी बिंदू 59.32 मीटर से महज 3 सेमी नीचे 59.29 मीटर तक पहुंच गई है। हलाांकि राहत की बात है कि जल स्तर बढ़ने का रफ्तार कम हो गया है।

चेतावनी बिंदू के करीब पहुंची गंगा, कम हुआ रफ्तार, कर्मनाशा भी उफान पर

- चौसा में रिहायशी इलाकों में फैलने लगा कर्मनाशा का पानी, बढ़ी चिंता

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर में बाढ़ का खतरा एकदम करीब आ गया है। गुरूवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदू को छूने लगा है। शाम सवा छह बजे गंगा चेतावनी बिंदू 59.32 मीटर से महज 3 सेमी नीचे 59.29 मीटर तक पहुंच गई है। हलाांकि राहत की बात है कि जल स्तर बढ़ने का रफ्तार कम हो गया है। जिस कारण रात तक पानी बढ़ना थमने आ अनुमान लगाया जा रहा है। इधर गंगा की सहायक नदी कर्मनाशा भी उफान पर आ गई हैं।

कर्मनाशा का पानी चौसा प्रखंड के बनारपुर व रोहिणी बांध गांवों के रिहायाशी इलाकों में फैलने लगा है। जलस्तर बढ़ने का रफ्तार यदि जारी रहा तो अगले दो दिनों में इन दोनों गांवों के कई घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाएगा। जिस कारण दोनों गांव के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है।इधर गंगा का जल स्तर बढ़ने से चौसा का महादेव घाट भी डूब गया हैं। बक्सर एसडीओ धीरेन्द्र कुमार ने एहतियात के तौर पर लोगों को गंगा स्नान नहीं करने की चेतावनी दी है। 

धीरे धीरे कम होते रहा गंगा का रफ्तार

केन्द्रीय जल आयोग के जेई प्रशांत कुमार चौरसिया ने पूूरे दिन जो रिपोर्ट दी है। उसके अनुसार सुबह आठ बजे जल स्तर 58.99 मीटर पर था तथा जल स्तर बढ़ने का रफ्तार चार सेमी प्रति घंटा था। वही दोपहर 12 बजे जल स्तर 59.10 मीटर पर पहुंच गया था, लेकिन जल स्तर बढ़ने का रफ्तार तीन सेमी प्रति घंटा हो गया था।

दोपहर बाद तीन बजे गंगा 59.20 मीटर पर पहुंच गई थी। इस समय भी जल स्तर तीन सेमी प्रतिघंटे के रफ्तार से बढ़ रहा था। जबकि शाम 6.18 बजे गंगा का जल स्तर चेतावनी बिंदू से मात्र 3 सेमी नीचे 59.29 सेमी पर आ गया था। जबकि जल स्तर बढ़ने का रफ्तार दो सेमी प्रतिघंटा हो गया था।

पूरे दिन जल स्तर बढ़ने का रफ्तार कम होते रहा। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि रात तक गंगा का रफ्तार थम जाएगा। हालांकि कर्मनाशा नदी काफी तेजी से बढ़ रही है। जिस कारण चौसा इलाके में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।