अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ नाराजगी, लोग बोले- ज्यादती कर रहा नगर परिषद प्रशासन

अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ नाराजगी, लोग बोले- ज्यादती कर रहा नगर परिषद प्रशासन

वैध कब्जा के नाम पर नाली पर बने स्लैब को प्रशासन ने हटाया, दुकान-मकान में लोग कैसे करेंगे आना-जाना 

लोग बोले- नगर परिषद प्रशासन को आखिर दीपावली और छठ जैसे बड़े पर्व पर अतिक्रमण हटाने की क्यों सूझी 

कार्रवाई से व्यवसाय प्रभावित, ऑनलाइन ने पहले ही मारा, अब नप ले रहा जान 

केटी न्यूज/डुमरांव 

डुमरांव में आए दिन लगने वाले जाम से लोगों को निजात दिलाने और रास्ता को सुगम बनाने के लिए नगर परिषद प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है। शुक्रवार से शुरू हुआ यह अभियान शनिवार को भी जारी रहा। सदल-बल पहुंची नगर प्रशासन की टीम ने इस दौरान गोला रोड, चूड़ी बाजार से लेकर चौक रोड के सोनारपट्टी में खासतौर पर अभियान चलाया। इसमें प्रशासन ने अवैध कब्जा के नाम पर नाली पर बनाए गए सीढ़ी और ढाले गए स्लैब को तोड़कर हटा दिया। नगर परिषद की इस कार्रवाई से डुमरांव के लोगों में गहरी नाराजगी है। लोगों की नाराजगी की सबसे बड़ी वजह नाली पर बने स्लैब को तोड़े जाने से है। लोगों ने प्रशासन की इस शैली पर सवाल खड़ा किया है कि नाली पर बना स्लैब तोड़ देने से आखिर वे अपनी दुकान और घर में जाएंगे कैसे? नाली पर स्लैब या सीढ़ी बनाकर आखिर उन्होंने कौन सा ऐसा गुनाह कर दिया कि उसकी ये सजा मिली है। नगर परिषद प्रशासन को आखिर दीपावली और छठ जैसे बड़े पर्व पर ही अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने की क्यों सूझी? 

दुकानदारी चौपट, लोगों के चेहरे पर दहशत 

नगर परिषद प्रशासन जेसीबी से तथाकथित अतिक्रमित हिस्से को तोड़ रहा है। अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। अभियान चलाए जाने के कारण व्यवसाय पूरी तरह ठप पड़ गया था। व्यवसायी अपनी दुकानदारी को छोड़ तथाकथित अवैध कब्जा को हटाने में लगे हुए थे। इस दौरान हर किसी के चेहरे पर दहशत और मायूसी साफ नजर आ रही थी, लेकिन वे बेबस थे। खामोश होकर प्रशासन की कार्रवाई को देख रहे थे। उनके मन में ये सवाल था कि सड़क पर बनी नाली पर स्लैब बनाना कहां अतिक्रमण है। जिनका मकान या दुकान सड़क से करीब तीन फीट ऊंचा है आखिर वे कैसे अपनी दुकान या मकान में जाएंगे। ऑनलाइन मार्केटिंग से पहले ही व्यवसाय चौपट हो गया है, अब नप प्रशासन पर्व के सीजन में जान ले रहा है।

लोगों का आरोप- चेहरा देखकर हो रही कार्रवाई 

लोगों ने आरोप लगाया है कि चेहरा देखकर कार्रवाई की जा रही है। नाली पर अगर सभी लोगों ने स्थाई स्लैब का निर्माण किया है तो सभी का स्लैब तोड़ा जाना चाहिए, लेकिन प्रशासन ने चेहरा देखकर कार्रवाई की है। किसी का स्लैब तोड़ दिया है तो किसी का छोड़ दिया है। वहीं कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि प्रशासन ने तोड़े जाने वाले हिस्से से अधिक का निर्माण तोड़ दिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई ने लोगों के ऊपर अनावश्यक खर्च बढ़ा दिया है। कहां वे अपनी दुकान-मकान की साफ सफाई और पेंटिंग-डेंटिंग में लगे थे और कहां अब वे अस्थाई स्लैब लगवाने में जुटेंगे। 

सोशल मीडिया पर पूरे दिन कार्रवाई की होती रही निंदा

सोशल मीडिया पर भी नगर परिषद प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा होते रही। लोगों ने इस पर तीखी प्रतिक्रयाएं दी है। सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा दी गई कुछ प्रतिक्रियाएं - 

1 - गोविंद कुमार- बक्सर नगर परिषद और अगल बगल के नगर पंचायत में मैंने देखा हैं जो भी नगर पालिका या नगर पंचायत नाली का निर्माण करवाती हैं उसे स्वयं ही नाली को ढंकने का काम किया जाता हैं लेकिन डुमरावं नगर परिषद ने एक तो नालियों पर स्लैंब नहीं बनवाया, लेकिन लोगों द्वारा अपने खर्चे से लगाए नालियों के उपर के पत्थर को भी हटा रहा है।

2 - मोहन गुप्ता- स्टेशन रोड में राज हाई स्कूल के पास दलित बस्ती के लोगों ने मुख्य सड़क के दोनों किनारों का जबर्दस्त अतिक्रमण किया है। अनुमंडल व नगर परिषद प्रशासन को इस अतिक्रमण को हटाने की पहल भी करना चाहिए। नया थाना से साफाखाना मोड़ तक खुद नगर परिषद सड़क के एक किनारे बैरेकेटिंग लगा अतिक्रमण किया है। दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

बोले लोग स्लैब व सीढ़ी तोड़े जाने से बढ़ गई है परेशानी

नगर परिषद के इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश भी चरम पर पहुंच गया है। लोगों ने नगर परिषद की इस कार्रवाई को व्यवसायियों व स्थानीय लोगों के लिए अव्यवहारिक कदम बताया है। लोगों का कहना था कि नगर परिषद अतिक्रमण हटाने के नाम पर लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है। इस संबंध में केशव टाइम्स की टीम ने लोगों से उनकी प्रतिक्रियाएं ली है। पेश है रिपोर्ट-

1 - सतीश वर्मा - नालियों पर बने स्लैब हटाए जाने से ग्राहकों को दुकानों में आने जाने में परेशानी हो रही है। वही बच्चों के नालियों में गिर जख्मी होने की आशंका भी बनी हुई है। वैसे भी नालियों को स्लैब से ढंकने का ही नियम है।

2 - डा इजहार आलम - नगर परिषद प्रशासन को अतिक्रमण हटाने के साथ ही लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखना चाहिए। राजगोला रोड के किनारे बने घरों के लोगों को घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। नालियों से स्लैब व सीढ़ियां तोड़कर नगर परिषद प्रशासन लोगों को परेशान कर रही है। 

3 - अजय कुमार वर्मा - दीपावली से छठ तक पर्व त्योहारों का समय है। इस समय दुकानदारी अच्छी होती है। बाजार में ग्राहकों की भीड़ भी उमड़ रही है। लेकिन पिछले दो दिनों से चल रहे अतिक्रमण हटाने की कवायद से दुकानदारी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। 

4 सुनील कुमार वर्मा- दुर्गापूजा के पहले दुकानदारी वैसे ही मंदा थी। दुर्गापूजा के बाद जैसे ही बाजार में रौनक लौटी नगर परिषद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकानों के आगे नालियों के उपर बनाए गए सीढ़ियों को तोड़ व्यवसाय को बाधित करने जैसा काम किया है। नगर परिषद को यह अभियान छठ बाद चलाना चाहिए था। 

क्या कहते है चेयरमैन प्रतिनिधि

जिला प्रशासन व अनुमंडल प्रशासन के निर्देश पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है। दुकानदारों की बातों को प्रशासन के सामने रखा गया है। शीघ्र ही इस मसले का समाधान निकाल लिया जाएगा। - सुमित गुप्ता, चेयरमैन प्रतिनिधि, डुमरांव नगर परिषद