सफाई मजदूरों की हड़ताल दूसरे दिन भी रही जारी

सफाई मजदूरों की हड़ताल दूसरे दिन भी रही जारी

- नप ईओ के द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने और सात सूत्री मांग को लेकर मजदूर हैं हड़ताल पर

- सफाई नहीं होने से शहर में जगह-जगह लग गया है कूड़े का ढेर

केटी न्यूज/डुमरांव  

सफाई मजदूरों ने लगभग एक माह पहले नप ईओ को सात सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन दिया था। उसी ज्ञापन को लेकर सफाई मजदूर और उनके नेता ईओ मनीष कुमार से उनके चेम्बर में बिते शुक्रवार को गए थे। वार्तालाप के दौरान मजदूरों और ईओ के बीच कुछ बात को लेकर विवाद खड़ा हो गया, इसी दौरान मजदूरों और उनके नेता को कुछ बात बूरी लग गई, फिर सभी वहां स उठकर चल दिये और बाहर आकर अन्य मजदूरों के साथ मिल अपनी रणनीति तय करने लगे।

अपनी रणनीति तय करने के बाद उन्होंने सात सूत्री मांग और अव्यहार को लेकर हड़ताल की घोषणा कर दिया। मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने से नगर की स्थिति बिगड़ने लगी है। चारोतरफ कूड़े का ढेर लगने लगा है। वही कूड़ा चारोतरफ फैलकर नाली और रोड पर चला आ रहा है, इससे परेशानी और बढ़ गई है। शनिवार को नप कार्यालय के मुख्य गेट पर आकर हड़ताली मजदूरों ने जमकर नारेबाजी की। इधर मजदूर और उनके नेता संजय शर्मा के साथ कुछ और भी उनके साथ हो लिये हैं।

अन्य लोगों का साथ मिलने से मजदूरों का हौसला बुलंद हो गया है। सभी मजदूर एकजुट हो अब आरपार की लड़ाई करने की मूड में हैं। इधर मजदूरों की हड़ताल समाप्त करने को लेकर प्रशासन और सफाई एनजीओ के लोग सक्रिय हो गए हैं। मजदूरों का कहना है कि इसका फैसला हमारे नेता करेंगे। नप एनजीओ की मनमानी नहीं सही जाएगी और अपने हक की लड़ाई लड़ी जाएगी।

मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने से नगर में अफरतफरी की स्थिति कायम हो गई है। बरसात की वजह से कूड़े से दुर्गंध निकलना शुरू हो गया है। सफाई शुरू नहीं होने से लोगों को महामारी का डर सताने लगा है। इस संबंध में जब ईओ मनीष कुमार से बात की गई तो उन्होंने अपने द्वारा मजदूरों के साथ दुर्व्यहार किये जाने के मामले को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी सफाई मजदूर हमारी कर्मी नहीं होकर एनजीओ का कर्मी है।