पुराना भोजपुर में आयोजित हुआ सत्संग, श्रोताओं ने किया कथामृत का पान
केटी न्यूज/डुमरांव
पुराना भोजपुर के निजी सभागार में एक दिवसीय सत्संग कथा का आयोजन किया गया। जहां श्रद्धालु भक्तों को कथावाचक आनंद स्वामी ने अपनी कथा से सराबोर किया। कथा के दौरान गुरुजनों की महता पर प्रकाश डालते हुए कथावाचक आनंद स्वामी ने कहा कि जो इंसान अपने गुरुओं के सानिध्य में रहता है उसे फलने फूलने से कोई नहीं रोक सकता। इसके साथ ही कथा में श्रोताओं की शैय्या पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रोता
दो प्रकार के होते हैं। आंतरिक श्रोता और बाह्य श्रोता। कथा को दोनो प्रकार से श्रवण करने वालों श्रोतागण कथा के मूलभाव को ग्रहण करते हैं। ऐसे में श्रोतागण का मूल रस व निचोड़ प्राप्त करने के लिए तन मन और धन से समर्पित होकर कथा का श्रवण करना चाहिए। कथा के बाद कथावाचक ने सदगुरु की आरती की। इससे पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना रहा। इस अवसर पर अभिमन्यु सिंह, मोहन सिंह, रामजी सिंह, संतोष शर्मा, विनय सिंह, रोहित सिंह सहित अन्य श्रोतागण शामिल रहें।