डुमरांव में बाल अधिकारों की सुरक्षा पर जोर, बच्चों के लिए मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाओं को लेकर जागरूकता कार्यक्रम
डुमरांव प्रखंड कार्यालय परिसर में बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उन्हें न्याय तक सहज पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मैत्रीपूर्ण विधिक सेवा विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बक्सर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जिसमें आम लोगों को बच्चों से जुड़ी कानूनी सहायता और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव प्रखंड कार्यालय परिसर में बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उन्हें न्याय तक सहज पहुंच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मैत्रीपूर्ण विधिक सेवा विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बक्सर के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जिसमें आम लोगों को बच्चों से जुड़ी कानूनी सहायता और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।कार्यक्रम में पैनल अधिवक्ता मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चे समाज का भविष्य हैं और उनकी सुरक्षा, शिक्षा एवं न्याय सुनिश्चित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

उन्होंने बताया कि नालसा की बच्चों के लिए मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं स्कीम, 2024 के तहत लीगल सर्विस यूनिट फॉर चिल्ड्रेन का गठन किया गया है, ताकि जरूरतमंद बच्चों को समय पर निःशुल्क और प्रभावी विधिक सहायता मिल सके। इस इकाई के माध्यम से बाल श्रम, बाल विवाह, तस्करी, यौन अपराधों से पीड़ित बच्चों, विधि से संघर्षरत बालकों, गुमशुदा बच्चों तथा जेल में बंद अभिभावकों के बच्चों को विशेष सहयोग प्रदान किया जाएगा।पीएलवी कमला शंकर तिवारी ने कहा कि बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता ही शोषण और उत्पीड़न को रोकने का सबसे सशक्त माध्यम है।

यदि समाज और अभिभावक सजग रहें तो बच्चों को सुरक्षित वातावरण दिया जा सकता है।पीएचसी प्रभारी डॉ. आर.बी. प्रसाद ने कहा कि बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना आवश्यक है, ताकि वे आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बन सकें। कार्यक्रम के दौरान स्कूल में नामांकन और पुनः नामांकन को लेकर भी जागरूकता फैलाने पर बल दिया गया।कार्यक्रम में चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों और स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी रही। आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों के लिए सहयोगात्मक, सुरक्षित और न्यायसंगत वातावरण तैयार करना तथा उन्हें विधिक संरक्षण की मुख्यधारा से जोड़ना रहा।

