चक्की थाने के महिला हाजत में चार दिनों से पड़ा है जब्त शराब, सुरक्षा पर गंभीर सवाल

चक्की थाना क्षेत्र में पुलिस व्यवस्था की खामियां एक बार फिर सामने आई हैं, जहां महिला हाजत, जो सुरक्षा और संवेदनशीलता के लिहाज से विशेष महत्व रखता है, चार दिनों तक जब्त शराब का गोदाम बनकर रह गया। यह मामला न केवल पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगाता है, बल्कि सुरक्षा मानकों को लेकर भी गंभीर चिंताएं खड़ी करता है।

चक्की थाने के महिला हाजत में चार दिनों से पड़ा है जब्त शराब, सुरक्षा पर गंभीर सवाल

केटी न्यूज/चक्की

चक्की थाना क्षेत्र में पुलिस व्यवस्था की खामियां एक बार फिर सामने आई हैं, जहां महिला हाजत, जो सुरक्षा और संवेदनशीलता के लिहाज से विशेष महत्व रखता है, चार दिनों तक जब्त शराब का गोदाम बनकर रह गया। यह मामला न केवल पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगाता है, बल्कि सुरक्षा मानकों को लेकर भी गंभीर चिंताएं खड़ी करता है।

सूत्रों के अनुसार, रविवार की रात पुलिस ने एक शराब तस्कर को गिरफ्तार किया था। सोमवार को तस्कर को अदालत भेज दिया गया, लेकिन उसके पास से जब्त की गई दो बोरी शराब को नियमों के अनुसार मालखाना में जमा कराने के बजाय सीधे महिला हाजत में ही रख दिया गया। यह स्थिति गुरुवार शाम तक बनी रही। इस दौरान हाजत में किसी भी महिला को रखना संभव नहीं था, जबकि यह स्थान विशेष रूप से महिला बंदियों के लिए आरक्षित रहता है।

ग्रामीणों ने इस घटना को पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही करार देते हुए कहा कि जब संवेदनशील जगहों पर ही नियमों का पालन न हो तो बाकी व्यवस्था की कल्पना करना ही मुश्किल है। उनका कहना था कि शराब तस्करी के मामलों में गिरफ्तारी तो खूब होती है, लेकिन तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही। ऐसे में जब खुद थाने में जब्त शराब खुले में रखी मिले तो यह स्थिति और भी चिंताजनक बन जाती है।

थानाध्यक्ष अजय कुमार ने सफाई देते हुए बताया कि मालखाना की चाबी मुंशी के पास होने के कारण अस्थायी रूप से शराब को महिला हाजत में रखना पड़ा। हालांकि इस जवाब ने स्थानीय लोगों की नाराज़गी शांत नहीं की, क्योंकि उनका कहना है कि संवेदनशील जगहों की सुरक्षा से समझौता किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होना चाहिए।यह घटना पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली और आंतरिक व्यवस्था की कमजोरियों की ओर स्पष्ट इशारा करती है, जिसे सुधारना अब अत्यंत आवश्यक हो गया है।