दूसरे दिन शाम में टूटा सफाईकर्मियों का हड़ताल, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि ने दी जानकारी

दूसरे दिन शाम में टूटा सफाईकर्मियों का हड़ताल, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि ने दी जानकारी

- पूरे दिन शहर में पसरा रहा कूड़ा, सुबह में सफाईकर्मियों ने नप कार्यालय के बाहर किया था प्रदर्शन

- आठ सूत्री मांगों के समर्थन में गुरूवार को हड़ताल पर चले गए थे सफाईकर्मी

केटी न्यूज/डुमरांव 

आठ सूत्री मांगों के समर्थन में डुमरांव नगर परिषद से जुड़े संविदा सफाईकर्मियों ने गुरूवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया था। दूसरे दिन हड़ताली सफाई कर्मियों ने नगर परिषद कार्यालय के बाहर एकजुट हो जोरदार प्रदर्शन किए तथा अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाईकर्मियों ने कहा कि जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तबतक उनका हड़ताल जारी रहेगा। इधर नगर परिषद प्रशासन द्वारा उन्हें समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन सफाई कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में पूरे दिन हड़ताल पर अड़े रहे।

हालांकि शाम में चेयरमैन प्रतिनिधि सुमित गुप्ता व सफाई एनजीओ के पदाधिकारियों के साथ हुई सफाईकर्मियों की बैठक में हड़ताल समाप्त हो गया। नप प्रशासन ने उनकी मांगों को प्राथमिकता के तौर पर पूरा करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद शनिवार से सभी सफाईकर्मियों ने काम पर लौटने की बात कही। इधर सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। शुक्रवार को पूरे दिन शहर के विभिन्न नुक्कड़ों तथा सड़कों के किनारे कूड़ा पसरा रहा। कूड़े ढेर से दुर्गंध भी उठने लगी है। जिससे शहरवासियों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। इधर नगर परिषद प्रशासन के पास डोर टू डोर कूड़ा उठाव का कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है।

जिस कारण स्वच्छता अभियान पर भी प्रभावित हुआ है। बता दें कि डुमरांव नगर परिषद के दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मी गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है। ऐसी स्थिति में शहर की सड़कें हो या गलियां हर तरफ कूड़े की बदबू से सड़क पर चलना दुश्वार बन गया है। हड़ताल पर जाने से पहले सफाईकर्मियों ने अपने आठ सूत्री मांगों का मांग पत्र भी नगर परिषद प्रशासन को सौंपा था। वहीं समय से वेतन भुगतान नहीं होने से आक्रोशित सफाईकर्मियों ने नगर परिषद प्रशासन और एनजीओ के खिलाफ सुबह में आक्रोश जताया है। 

समय से वेतन भुगतान व वृद्धि की मांग कर रहे थे सफाईकर्मी

अनिश्चित कालीन हड़ताल पर गए सफाईकर्मियों की मुख्य मांगों में समय से वेतन भुगतान करने, वेतन वेतन वृद्धि करने, कोरोना काल की प्रोत्साहन राशि देने, पीएफ भुगतान में हो रही गड़बड़ी को दूर करने, वेतन सहित साप्ताहिक छुट्टी मिलने सहित अन्य मांगों को लेकर आक्रोशित हुए और सड़कों पर उतर कर कूड़ा उठाव से इंकार कर दिया। सफाईकर्मियों का कहना है कि सुपरवाइजरों द्वारा सफाईकर्मियों से सम्मानजनक व मानवीय व्यवहार नहीं किया जाता है जबकि कभी भी किसी सफाईकर्मी को हटा दिया जाता है। इसका निश्चित मापदंड तय होनी चाहिए। मजदूरों के साथ सम्मानजनक एवं मानवीय व्यवहार होना चाहिए। सफाईकर्मियों ने कहा कि जब वेतन भुगतान की बारी आती है तो कभी एनजीओ तो कभी विभाग की बात कह पेंडुलम की तरह लटकाये रहते है।

सफाईकर्मियों के हड़ताल पर जाने से हर तरफ कूड़े का अंबार लगा है। शहर के मुख्य सड़कों पर कई जगह फेंके गये सड़े-गले फल व सब्जियों के कारण बदबू उठने लगी है। इस परिस्थिति में जीवित पुत्रिका पर्व को लेकर खरीदारी करने आयी महिलाएं अपनी नाक पर रुमाल रखने को विवश है। इनके हड़ताल पर चले जाने से स्थिति बदतर हो गयी है। आक्रोश व्यक्त करने वालो में सफाईकर्मी राजू डोम, आदित्य राम, मुन्नी देवी, बिंदा देवी, रमिया देवी, सीता, रिंकी, अनीता, स्नेहा, शोभा सहित अन्य शामिल रहे।

शनिवार से काम पर लौटेंगे सफाईकर्मी - सुमित

हड़ताल पर गए सफाईकर्मियों के साथ शाम में वार्ता की गई। वार्ता सफल रही। सभी सफाईकर्मी शनिवार से काम पर लौट आएंगे। उनकी मांगों को गंभीरता से लिया गया है। शहर की साफ सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखना हमारी प्राथमिकता है। सुमित गुप्ता, चेयरमैन प्रतिनिधि, डुमरांव नगर परिषद