डुमरांव में रेलवे स्टैंड संचालक के मनमानी के खिलाफ दोपहर तक हड़ताल पर रहे टेंपो चालक

डुमरांव में रेलवे स्टैंड संचालक के मनमानी के खिलाफ दोपहर तक हड़ताल पर रहे टेंपो चालक

- दोपहर बाद तक जारी रहा हड़ताल

- हड़ताली चालकों को मिला स्थानीय विधायक व डा एसके सैनी का साथ

केटी न्यूज/डुमरांव

रेलवे के टेंपो स्टैंड संचालक के मनमानी के खिलाफ सोमवार को सुबह से ही टेंपो चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। विष्णु मंदिर के एकजुट हुए टेंपो चालकों ने अपनी चट्टानी एकता दिखाते हुए चक्का जाम कर दिया था। इस दौरान यात्रियों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ा तथा उन्हें बैग एंड बैगेज के साथ पैदल ही अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। बता दें कि रेलवे के नियमों को दरकिनार कर संचालक द्वारा रविवार से टेंपो चालकों से प्रति टिप 25 वसूला जाने लगा था। जबकि बाईलाज में 24 घंटे का किराया निर्धारित किया गया है। टेंपो चालकों का कहना था कि नए ठेकेदार द्वारा उन से प्रति फेरा किराया देने का दबाव बनाया जा रहा था। टेंपो चालकों के हड़ताल की सूचना पर पहुंचे स्थानीय विधायक डॉ अजीत कुशवाहा ने कहा कि वे इस मामले में रेल प्रशासन से मिल उचित किराया निर्धारित करने की बात करेंगे।

जबकि डा एसके सैनी ने टेंपो चालकों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि स्टैंड संचालक मनमानी कर रहा है। जिससे गरीब टेंपो चालकों की रोजी-रोटी छीन सकती है। उन्होंने कहा कि वे टेंपो चालकों के साथ हैं तथा जरूरत पड़ने पर रेल चक्का भी जाम किया जाएगा। हालाकि दोपहर में बीडीओ संतोष कुमार और थानाध्यक्ष बिंदेश्वर राम ने रेलवे के नए नियमों की कॉपी लाने तक पुराने दर पर ही किराया वसूलने का निर्देश स्टैंड संचालक को दिया। लेकिन इसके बाद भी रविवार को दोपहर बाद से स्टैंड संचालक और चालकों के बीच चला आ रहा गतिरोध समाप्त नहीं हो सका। टेंपो चालक संघ के विनोद पांडे व अन्य टेंपो चालक पुराने दर पर किराया वसूली के लिए लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े थे। टेंपो चालकों के हड़ताल का सबसे अधिक खामियाजा रेल यात्रियों को भुगतना पड़ा है। सुबह से दोपहर तक स्टेशन पर उतरने के बाद अपने गंतव्य तक जाने में फजीहत झेलनी पड़ी।