विधायक की पहल से जागा सिस्टम, डुमरांव की जर्जर सड़क पर लौटी हलचल

डुमरांव शहर की मुख्य सड़क, जो लंबे समय से बदहाली और गड्ढों की पहचान बन चुकी थी, अब एक बार फिर सुर्खियों में है। कारण है, विधायक के सख्त हस्तक्षेप के बाद अधूरा पड़ा सड़क जीर्णाेद्धार कार्य दोबारा शुरू होना। सड़क मरम्मत के नाम पर जारी 1.30 करोड़ रुपये के टेंडर के बावजूद महीनों से ठप पड़े काम ने आम लोगों और व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ा दी थीं, लेकिन अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं।

विधायक की पहल से जागा सिस्टम, डुमरांव की जर्जर सड़क पर लौटी हलचल

-- 1.30 करोड़ के मरम्मती टेंडर पर फिर शुरू हुआ काम, नई सड़क के लिए अलग निविदा की तैयारी

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव शहर की मुख्य सड़क, जो लंबे समय से बदहाली और गड्ढों की पहचान बन चुकी थी, अब एक बार फिर सुर्खियों में है। कारण है, विधायक के सख्त हस्तक्षेप के बाद अधूरा पड़ा सड़क जीर्णाेद्धार कार्य दोबारा शुरू होना। सड़क मरम्मत के नाम पर जारी 1.30 करोड़ रुपये के टेंडर के बावजूद महीनों से ठप पड़े काम ने आम लोगों और व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ा दी थीं, लेकिन अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं।दरअसल, अगस्त महीने में शहर की इस प्रमुख सड़क के जीर्णाेद्धार के लिए टेंडर जारी हुआ था। शुरुआत में काम चला, लेकिन संवेदक ने महज करीब 25 प्रतिशत कार्य करने के बाद अचानक निर्माण बंद कर दिया।

अधूरे काम के कारण सड़क की स्थिति और खराब हो गई। गड्ढे, टूटी सतह और धूल ने राहगीरों, वाहन चालकों और दुकानदारों की परेशानी कई गुना बढ़ा दी।त्योहारों के दौरान व्यापारियों के आग्रह पर प्रशासन ने अस्थायी रूप से निर्माण कार्य रुकवाया था, ताकि बाजार की गतिविधियां प्रभावित न हों। लेकिन त्योहार खत्म होने के बाद भी संवेदक ने काम शुरू नहीं किया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि प्रशासन को संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज करनी पड़ी, फिर भी सड़क की हालत जस की तस बनी रही।चुनाव संपन्न होने के अगले ही दिन विधायक राहुल कुमार सिंह ने खुद मौके पर पहुंचकर सड़क का निरीक्षण किया। अधिकारियों से उन्होंने सीधे सवाल किए कि टेंडर होने के बावजूद काम क्यों रुका है।

इसके बाद विधायक पटना पहुंचे और संबंधित विभाग के प्रधान सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर पूरे मामले को गंभीरता से उठाया।जांच में स्पष्ट हुआ कि यह टेंडर केवल सड़क मरम्मत (रिपेयरिंग) के लिए है, न कि नई सड़क निर्माण के लिए। विधायक ने बताया कि इसी वजह से पूरी तरह नई सड़क बनाना संभव नहीं है। हालांकि, फिलहाल रिपेयरिंग का काम पूरा कराया जाएगा, ताकि सड़क अगले तीन से चार महीने तक चलने लायक बनी रहे।

साथ ही, नई और मजबूत सड़क के निर्माण के लिए अलग से नया टेंडर लाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।विधायक के निर्देश के बाद दोबारा नापी शुरू हो गई है और काम में तेजी लाई जा रही है। निर्माण के दौरान यातायात सुचारु रखने के लिए डायवर्जन और ट्रैफिक नियंत्रण के आदेश भी जारी किए गए हैं। सड़क पर फिर से काम शुरू होते ही स्थानीय लोगों और व्यापारियों में राहत की उम्मीद जगी है। अब शहरवासियों को भरोसा है कि जर्जर सड़क से जल्द निजात मिलेगी और डुमरांव को एक नई, मजबूत सड़क की सौगात मिलेगी।