डुमरांव के इकलौता पैक्स संचालित बैंक में मिला गबन की आहट
डुमरांव प्रखंड का इकलौता पैक्स संचालित बैंक में करोड़ों रुपए के गबन की आहट से सनसनी फैल गई है। बैंक से जमाकर्ताओं का पैसे का भुगतान नहीं होने से मुश्किल बढ़ गई है। मामला स्थानीय प्रखंड के भोजपुर जदीद पैक्स द्वारा संचालित बैंक का है।
- भोजपुर जदीद पैक्स बैंक से नहीं हो रहा जमाकर्ताओं का पैसा का भुगतान
- बैंक के दर्जनों जमाकर्ताओं ने दिया थाना को लिखित आवेदन, बैंक में जमा है करोड़ो रूपए
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव प्रखंड का इकलौता पैक्स संचालित बैंक में करोड़ों रुपए के गबन की आहट से सनसनी फैल गई है। बैंक से जमाकर्ताओं का पैसे का भुगतान नहीं होने से मुश्किल बढ़ गई है। मामला स्थानीय प्रखंड के भोजपुर जदीद पैक्स द्वारा संचालित बैंक का है। इस बैंक के पास हजारों की संख्या में खाताधारक है। जो मंथली, डेली तथा एसबी व फिक्स के रूप में पैसा जमा करता है। बताया जाता है कि दर्जन खाताधारक ऐसे हैं जिनका जमा टर्म पूरा होने के बावजूद बैंक द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे भी बड़ी समस्या यह की बैंक शाखा का कार्यालय में पिछले तीन माह से ताला लटक रहा है। शाखा प्रबंधक सेराज कुरैशी के साथ बैंक के दोनों अभिकर्ता कमलू खान तथा सरफु साई भी फरार चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में अपनी हाड़तोड़ कमाई की राशि गबन होने की आशंका से घिरे बैंक के खाताधारियों ने नया भोजपुर थाना को लिखित आवेदन दिया है। खाताधारक धर्मेंद्र कुमार, राजेश कुमार, आलोक कुमार, रुखसाना खातून आदि का कहना है कि बैंक द्वारा पैसा भुगतान नहीं किया जा रहा है। खाताधारकों का कहना है कि पैक्स अध्यक्ष मेराज खान भी ग्राहकों को संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं। इस चक्कर में दर्जनों खाताधारकों का करोड़ों रुपए की राशि का भुगतान पर ग्रहण लगा है। किसी गड़बड़ी की आशंका से घिरे खाताधारकों ने अपनी गाढ़ी कमाई की सुरक्षा के लिए इस मामले में थाना में लिखित आवेदन देकर गुहार लगाई है। खाताधारकों की चिंता इससे पूर्व भोजपुर कदीम पैक्स द्वारा संचालित बैंक में हुई बड़ी हेराफेरी को लेकर है। इस आलोक में नया भोजपुर थाना प्रभारी मनीष कुमार का कहना है कि खाताधारकों से प्राप्त आवेदन के आलोक में पैक्स अध्यक्ष एवं प्रबंधक से इस संदर्भ में पूछताछ की गई है। दोनों ने बहुत जल्द खाताधारकों को राशि भुगतान करने का आश्वसन दिया है।
नहीं हुआ है तीन वर्षों से बैंक का ऑडिट
पैक्स द्वारा संचालित बैंक में गबन की आशंका इसलिए व्यक्त की जा रही है कि पिछले तीन वर्षों से बैंक का ऑडिट कार्य नहीं हुआ है। इसमें सीसीओ की भूमिका भी पाक साफ नहीं है। बीसीओ राजवर्धन सिंह का कहना है कि इस बैंक का ऑडिट संभवतरू वर्ष 2021-22 में किया गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनके द्वारा कभी बैंक देखने और जांच पड़ताल का प्रयास नहीं किया गया है। वैसे मामला संज्ञान में आने के बाद उन्होंने पैक्स अध्यक्ष तथा प्रबंधक से बात करने की बात स्वीकार की।
कहते हैं पैक्स अध्यक्ष
पैक्स अध्यक्ष मेराज खान का कहना है कि बैंक द्वारा आमदनी से ज्यादा लोन दिए जाने पर चलते समस्या उत्पन्न हुई है। पैक्स द्वारा संचालित बैंक से दिए गए लोन की रिकवरी करके खाताधारकों का पैसा भुगतान करने की तैयारी की गई है। बहुत जल्द खाताधारकों का पैसा भुगतान करने का प्रयास किया जा रहा है। जो जल्द खत्म हो जाएगा।