शीतलहर से बचाव की जानकारी से अवगत हुए बच्चे
मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रखंड के विभिन्न प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में अध्यनरत छात्र- छात्राओं को शीतलहर के खतरे एवं उससे बचाव को लेकर विद्यालय के फोकल शिक्षकों द्वारा कई महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी गयी। वहीं मध्य विद्यालय केसठ में विद्यालय के बच्चों को बेवजह घर से बाहर न निकलने गर्म पेय पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी गई।
केटी न्यूज/केसठ।
मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रखंड के विभिन्न प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में अध्यनरत छात्र- छात्राओं को शीतलहर के खतरे एवं उससे बचाव को लेकर विद्यालय के फोकल शिक्षकों द्वारा कई महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी गयी। वहीं मध्य विद्यालय केसठ में विद्यालय के बच्चों को बेवजह घर से बाहर न निकलने गर्म पेय पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी गई।

कार्यक्रम के तहत छात्रों को जानकारी देते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश कुमार ने बताया कि शीतलहर उस अवस्था को कहते है जब सर्दी के दिनों में तापमान सामान्य न्यूनतम तापमान से 05 से 06 डीग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है, यह अवस्था 02 से 03 दिनों तक लगातार अगर बनी रहे तो उसे शीतलहर की अवस्था कहते है। शीतलहर के कारण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती है,कई बार यह जानलेवा भी साबित हो जाता है।

सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बुजुर्गाे को रहता है। अधिक ठंड होने से बच्चों में श्वास से जुड़ा संक्रमण अस्तमा, खांसी, निमोनिया, डायरिया आदि के लक्षणों का खतरा बढ़ जाता है। अधिक ठंड लगने से हाइपोथेमिया नामक बीमारी भी हो सकती है। आप सभी बच्चे अपनी सुरक्षा के साथ अपने आसपास के बुजुर्गों को ठंड से बचाव को लेकर उन्हें इस विषय पर जागरुक करें, ताकि ठंड से उत्पन्न होने वाले शीतलहर में लकवा जैसी बीमारी से उनके जान माल की सुरक्षा को लेकर उन्हे जागरुक किया जा सके।
