केटी न्यूज़, बक्सर:
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से बिहार के बक्सर के बीच रेल संपर्क के लिए मांग अब तेज होने लगी है। 100 साल से अधिक पुरानी इस मांग को लेकर लोगों का उत्साह बढ़ा है। बक्सर के लोग खासकर युवा इसे लेकर खूब उत्साहित हैं। उनका कहना है कि इसे जन अभियान का रूप दिया जाएगा, ताकि बात सीधे सरकार तक पहुंचे और पीढ़ियों का सपना अब पूरा हो। लोगों का कहना है कि बक्सर और बलिया के बीच रेल संपर्क के लिए अलग से रेलवे लाइन बिछाने की भी जरूरत नहीं है। बल्कि पहले से प्रस्तावित बलिया-आरा रेलखंड के मार्ग में थोड़ा परिवर्तन कर देने से एक तीर से तीन निशाने साधे जा सकेंगे।
अगर बलिया लिंक रेलवे लाइन का जंक्शन रघुनाथपुर के आसपास बनाया जाता है, तो आरा से संपर्कता तो मिलेगी ही, बलिया-बक्सर के बीच भी ट्रेन यातायात संभव हो सकेगा। खास बात यह है कि इस बदलाव से परियोजना की लागत भी बढ़ने की बजाय घटकर आधी से भी कम रह जाएगी।
इस बारे में जदयू नेता संजय सिंह ने बताया कि मैंने टाटा-बक्सर एक्सप्रेस की मांग उठाई और वह पूरी हुई। अब बलिया-बक्सर के बीच रेल संपर्क का सपना भी जरूर पूरा होगा। हर बक्सरवासी को इस मांग के साथ जुड़ना चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता बाल गाेविंद पाठक ने कहा कि बलिया-छपरा रेल लाइन को पटना-डीडीयू रेलखंड से जोड़ने के लिए सबसे मुफीद जगह रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के आसपास ही है। इससे सबसे बड़ा फायदा रेलवे को होगा। रेलवे को स्थापना से लेकर परिचालन लागत तक में कमी आएगी और फायदा दोहरा होगा। इससे आरा के साथ ही बक्सर को भी लाभ मिलेगा।
शिक्षाविद अमित मिश्रा के अनुसार बलिया से बक्सर को रेल के जरिए जोड़ने की मांग काफी पुरानी है। केंद्र सरकार को चाहिए कि यह मांग जल्द से जल्द पूरी करे। लोकसभा चुनाव के सभी प्रत्याशियों को यह विषय अपने एजेंडे और चुनाव घोषणापत्र में शामिल करना चाहिए।