डबल इंजन की सरकार बिहार की जनता के साथ डबल धोखा कर रही है - अजीत कुशवाहा
डुमरांव से शहीदों व बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि के साथ भाकपा-माले का बदलो बिहार न्याय यात्रा की शुरूआत दूसरे दिन शुरू हुई। इस यात्रा का नेतृत्व माले के बक्सर जिला सचिव का. नवीन कुमार के साथ डुमरांव विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह कर रहे हैं।
- शहीद हुए क्रांतिकारियों की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ भाकपा-माले ने शुरू की बदलो बिहार न्याय यात्रा
- भाकपा-माले के डुमरांव विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह सहित पार्टी के कई नेता पदयात्रा में हुए शामिल
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव से शहीदों व बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि के साथ भाकपा-माले का बदलो बिहार न्याय यात्रा की शुरूआत दूसरे दिन शुरू हुई। इस यात्रा का नेतृत्व माले के बक्सर जिला सचिव का. नवीन कुमार के साथ डुमरांव विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह कर रहे हैं। यात्रा में पार्टी के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। शहीद पार्क में माल्यार्पण के उपरांत पदयात्रा नंदन, अरियांव होते हुए चौगाईं की ओर प्रस्थान कर गई।
मौके पर माले विधायक डॉ. अजीत कुशवाहा ने कहा कि आज बदलो बिहार न्याय यात्रा का दूसरा दिन है, जो 26 अक्टूबर को पटना पहुंचेगा। 27 को मिलर हाई स्कूल में न्याय सम्मेलन होने वाले में शामिल होगा। नए बिहार के निर्माण की चल रही लड़ाई को मज़बूत बनाने के लिए न्याय सम्मेलन में शामिल होने की अपील करने आए हैं। माले विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार को बदलना है, हमें नया बिहार चाहिए। बाबा साहब ने जो संविधान दिया था उस संविधान में हिन्दुस्तान के सभी नागरिकों से यह वादा किया गया था इसमें कोई धार्मिक और जाति के नाम पर कोई भेदभाव नहीं होगा। आपकी भाषा कुछ भी हो, आपकी बोली कुछ भी हो, आपका धर्म कुछ भी हो, आप कुछ भी खाते हो, कोई फर्क नहीं पड़ता है। हिन्दुस्तान का संविधान गारंटी करेगा कि भारत के तमाम नागरिकों को बराबरी का हक मिले, सबके लिए बराबरी, सबके लिए सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय का लक्ष्य संविधान के पहले पन्ने पर है। विधायक ने कहा कि आज वह संविधान खतरे में है। लगातार उसपर हमला हो रहा है। गरीबों पर बुलडोजर चल रहा है, दलितों पर हमले हो रहे हैं, महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है और ऐसे ही दौर में हम देख रहे हैं कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता हिन्दू-मुस्लिम करके पूरे बिहार में माहौल खराब करना चाहते हैं। बिहार में अगर हमें विकास चाहिए, हमें न्याय चाहिए, हमें रोजगार चाहिए तो हमें इस बात की गारंटी करनी होगी कि गरीबों को बांटने की किसी भी साजिश को चकनाचूर कर देना है ।
बक्सर जिला इसका कोई अपवाद नहीं है। बिहार के लाखों गरीब भूमिहीन परिवार आज भी इसी असुरक्षा और अन्याय के बीच जी रहे हैं। इस अन्याय को मिटाने के संकल्प के साथ बदलो बिहार न्याय यात्रा बक्सर से भी शुरू हुई है। न्यायपूर्ण नए बिहार के लिए बदलो बिहार न्याय यात्रा की शुरूआत विभिन्न मुद्दों को लेकर शुरू की गई है।
बदलों बिहार न्याय यात्रा के तहत माले ने अपनी 8 सूत्री मांगों को भी मजबूती से दुहराया। इन मांगों में सरकारी वादा के अनुसार तमाम गरीबों को 2 लाख रु, 5 डिसमिल आवास भूमि और पक्का मकान की गारंटी करने, दलित-गरीब-महिलाओं- अल्पसंख्यकों पर जारी हिंसा पर रोक लगाने, जबतक गरीबों के वास-आवास-जोत की भूमि और बटाईदारों के कायमी व पुश्तैनी हक की गारंटी नहीं होती और सभी लोगों की जमीन के कागजात दुरुस्त नहीं हो जाते, तब तक सर्वे पर रोक लगाने, स्मार्ट मीटर लगवाने की अनिवार्यता खत्म करने तथा बिजली की दर आधी करने, कृषि कार्य व गरीबों के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने, बाढ़ पीड़ितों के लिए तत्काल राहत की व्यवस्था करने, किसानों को 50 हजार रु प्रति एकड़ फसल क्षति मुआवजा देने, तमाम पीड़ितों को पर्याप्त बाढ़ क्षति मुआवजा देने, बाढ़ का स्थाई निदान करने, 10 लाख से ज्यादा स्कीम वर्कर्स-आशा, आंगनबाड़ी, विद्यालय रसोइया, जीविका दीदी, ग्रामीण नर्सेज, मनरेगा मजदूरों, सफाई मजदूरों आदि को केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई मजदूरी दर के मुताबिक पारिश्रमिक या मानदेय की गारंटी देने, बिहार में आरक्षण वृद्धि को संविधान की नवीं अनुसूची में शामिल करने, पूरे देश में जातीय गणना कराने, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देन तथा मलई बराज योजना को अतिशीघ्र पूरा करने की मांग शामिल थी।