राज हाई स्कूल के खेल मैदान में होगा स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह
केटी न्यूज/डुमरांव
स्वतंत्रता दिवस समारोह का मुख्य आकर्षण डुमरांव के राज हाइस्कूल का खेल मैदान होगा, जहां ध्वजारोहण के बाद तिरंगे को सलामी दी जायेगी। वहीं अमर सपूतों की याद में 16 अगस्त को मनाया जाने वाला शहीद दिवस समारोह के दौरान शहीदों को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी जायेगी। शनिवार को अनुमंडल के एक सभागार में अनुमंडल प्रशासन द्वारा बुलाई गयी बैठक के दौरान इसकी रूपरेखा तय की गयी।
इस बैठक की अध्यक्षता एसडीओ राकेश कुमार ने किया। बैठक में कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के दौरान बीडीओ संदीप पांडेय, नप के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार सहित कई विद्यालयों के प्रतिनिधि थे। बैठक के दौरान एसडीओ ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह व 16 अगस्त को आयोजित होने वाले राजकीय समारोह को भव्य तरीके से मनाया जायेगा। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कई विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के साथ एनसीसी के मार्च पास्ट कर तिरंगे को सलामी दी जायेगी।
मुख्य समारोह के दौरान पेयजल के साथ डॉक्टरों व एम्बुलेंस की सुविधा स्थल पर मौजूद रहेगी। उन्होंने कहा कि 16 अगस्त 1942 के अमर शहीदों की याद में एक शाम शहीदों के नाम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होगा। उन्होंने बैठक के दौरान 15 और 16 अगस्त को नगर परिषद प्रशासन द्वारा खेल मैदान की साफ-सफाई और शहीद दिवस पर शहीद पार्क की साफ-सफाई के साथ सड़को की सफाई समय से पूर्व कराने का निर्देश दिया।
वहीं एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने कहा कि विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर थाना क्षेत्र में गश्ती बढ़ायी जायेगी। साथ ही राज हाइस्कूल खेल मैदान में सुरक्षा की दृष्टिकोण से महिला व पुरुष बल के जवान भी मौजूद रहेंगे। मौके पर नप के प्रधान सहायक दुर्गेश सिंह, चेयरमैन प्रतिनिधि सुमित गुप्ता, वार्ड पार्षद धीरेंद्र निराला, सोनू राय, शत्रुघ्न प्रसाद उर्फ मोहन गुप्ता, एनसीसी प्रभारी संजय सिन्हा, अनुराग मिश्रा, संजय चंद्रवंशी सहित अन्य मौजूद थे।
डुमरांव में दो दिन रहता है स्वतंत्रता दिवस का जलसा
बता दें कि डुमरांव में स्वतंत्रता दिवस का उत्साह लगातार दो दिन दिखाई पड़ता है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने के साथ ही शहरवासी अगले दिन शहीद दिवस की तैयारी में जुट जाते है। बता दें कि सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान डुमरांव के स्वतंत्रता सेनानियों ने थाना पर तिरंगा झंडा फहराया था। इस कोशिश में चार सेनानी शहीद हो गए थे। यह घटना 16 अगस्त को घटित हुई थी।
आजादी के बाद से ही हर साल 16 अगस्त को शहीद दिवस मना अमर सेनानियों की वीरता भरी शहादत को याद किया जाता है। अब तो यह समारोह राजकीय घोषित कर दिया गया है। इस दिन शहीद पार्क स्थित डुमरांव के अमर सेनानियों की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर लोग उन्हें नमन करते है। यही कारण है कि डुमरांव में स्वतंत्रता दिवस का उत्साह लगातार दो दिन देखने को मिलता है। इस बार भी स्वतंत्रता दिवस के साथ ही शहीद दिवस समारोह की तैयारी भी शुरू कर दी गई है।