छह जून को होने वाली थी मृतक के सुनील के भाई की शादी
अहियापुर में तीन हत्याओं से न सिर्फ इलाके में दहशत मच गई बल्कि शादी की खुशियों की जगह मातम पसर गया। मांगलिक गीतों की जगह महिलाओं की कुदन चित्कार से माहौल गमगीन हो गया था।बता दें कि इस घटन में जान गवाने वाले सुनील यादव के छोटे भाई सुदामा यादव की शादी तय हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि सुदामा का तिलक एक जून को व शादी छह जून को होने वाली थी।

केटी न्यूज/राजपुर
अहियापुर में तीन हत्याओं से न सिर्फ इलाके में दहशत मच गई बल्कि शादी की खुशियों की जगह मातम पसर गया। मांगलिक गीतों की जगह महिलाओं की कुदन चित्कार से माहौल गमगीन हो गया था।बता दें कि इस घटन में जान गवाने वाले सुनील यादव के छोटे भाई सुदामा यादव की शादी तय हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि सुदामा का तिलक एक जून को व शादी छह जून को होने वाली थी।
घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। तिलक समारोह व बारात के लिए सामानों की खरीददारी चल रही थी। शाम में महिलाओं के मांगलिक गीतों से आस में खुशी का माहौल बना हुआ था, लेकिन शनिवार की सुबह की घटना के बाद परिवार में मांगलिक गीतों की जगह क्रंदन चित्कार मच गया था। पीड़ित परिवार को रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।
बता दें कि इसी शादी को ले शुक्रवार को पीड़ित पक्ष पिटाने के बाद भी चुप था कि शादी खुशी-खुशी निपट जाए, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। आरोपियों ने इस बात की परवाह भी नहीं की कि पीड़ित परिवार में शादी की तैयारी होने वाली है तथा एक सप्ताह के अंदर ही एक युवक का तिलक समारोह भी है।
यही कारण है कि घटना के बाद से मृतक के परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। मांगलिग गीतों की बजाय महिलाओं के क्रंदन चित्कार से माहौल गमगीन हो उठा था।