तीन ईओ के आदेश बेअसर, कमल नगर जलजमाव से बेहाल
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 18 स्थित कमल नगर के लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले एक वर्ष से अधिक समय से नाली तथा स्लैब टूटने, जलजमाव और सड़कों पर कीचड़ की समस्या झेल रहे यहां के निवासियों को अब तक राहत नहीं मिल सकी है। नगर परिषद के तीन-तीन कार्यपालक पदाधिकारियों (ईओ) के आदेश के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है।

केटी न्यूज, डुमरांव।
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 18 स्थित कमल नगर के लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले एक वर्ष से अधिक समय से नाली तथा स्लैब टूटने, जलजमाव और सड़कों पर कीचड़ की समस्या झेल रहे यहां के निवासियों को अब तक राहत नहीं मिल सकी है। नगर परिषद के तीन-तीन कार्यपालक पदाधिकारियों (ईओ) के आदेश के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है।

मुख्य मार्ग स्टेशन रोड से जुड़ा कमल नगर कॉलोनी का प्रवेश द्वार टूटी नाली और जाम पानी से हमेशा भरा रहता है। हालत यह है कि मोहल्ले के भीतर जाने वाले रास्ते भी पानी में डूबे रहते हैं। पास ही स्थित महाराजा पेट्रोल पंप के दोनों गेटों के सामने भी पानी जमा रहता है, जिससे पेट्रोल पंप की नालियां धंस चुकी हैं और वाहनों के आवागमन में दिक्कत होती है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या कोई नई नहीं है। वर्षों से नप से शिकायत की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पूर्व ईओ अनिरुद्ध प्रसाद, मनीष कुमार और वर्तमान ईओ राहुलधर दूबे ने समस्या से शीघ्र मुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया था, मगर हकीकत में कुछ नहीं बदला।

मोहल्लेवासी छोटे सिंह, धीरज ठाकुर, अनिल कुमार, रमेश सिंह और बब्लू सिंह ने बताया कि बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जलजमाव से होकर गुजरना पड़ता है। बारिश के दिनों में स्थिति और भयावह हो जाती है। लोगों का कहना है कि यदि एक सप्ताह के भीतर नाली की मरम्मत और जलनिकासी की ठोस व्यवस्था नहीं की गई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।

कमल नगर की यह समस्या नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। तीन ईओ के निर्देशों के बाद भी यदि कोई सुधार नहीं हुआ, तो यह स्पष्ट है कि नप के स्तर पर गंभीरता का अभाव है। अब देखना होगा कि चेतावनी के बाद प्रशासन हरकत में आता है या कमल नगर के लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
