मचा हड़कंप, ई-शिक्षा कोष ऐप पर फर्जी तरीके से हाजिरी बनाने के आरोप में डीईओ ने 124 शिक्षकों से पूछा शो-कॉज

बक्सर डीईओ अमरेन्द्र कुमार पांडेय ने जिले के विभिन्न विद्यालयों के कुल 124 शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा है। उन्होेंने उन शिक्षकों के प्रधानाध्यापक से तीन दिन के अंदर उनके स्पष्टीकरण का जबाव मांगा है। डीईओ के इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।

मचा हड़कंप, ई-शिक्षा कोष ऐप पर फर्जी तरीके से हाजिरी बनाने के आरोप में डीईओ ने 124 शिक्षकों से पूछा शो-कॉज

- डीईओ ने इसे गंभीर लापरवाही माना, तीन दिनों में मांगा है जबाव, नहीं देने वालों पर होगी कार्रवाई

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर डीईओ अमरेन्द्र कुमार पांडेय ने जिले के विभिन्न विद्यालयों के कुल 124 शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा है। उन्होेंने उन शिक्षकों के प्रधानाध्यापक से तीन दिन के अंदर उनके स्पष्टीकरण का जबाव मांगा है। डीईओ के इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। 

डीईओ ने जिन शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा है उनपर ई-शिक्षा कोष ऐप पर ऑन लाइन हाजिरी बनाने में फर्जीवाड़ा करने, विद्यालय से बाहर रहते हुए पुराने फोटो का इस्तेमाल कर हाजिरी बनाने, कभी कभी ऑनलानइ हाजिरी नहीं बनाने तथा कभी छुट्टी के समय लॉग आउट नहीं करने के अलावे निर्धारित समय के बाद हाजिरी बनाने का आरोप लगाया है।

 

डीईओ ने जारी पत्र में जिक्र किया है कि ई-शिक्षा कोष ऐप पर शिक्षकों के प्रतिदिन विद्यालय पहुंचने एवं विद्यालय से प्रस्थान का दर्ज किये जाने वाले समयावधि तथा मोबाईल कैमरे द्वारा प्रविष्टि फोटो के सूक्ष्म जॉच के क्रम में पाया गया कि कई कार्य दिवसो को विद्यालय में बिना उपस्थिति के ही फर्जी ढंग से पूर्व से खीचें हुए फोटो के माध्यम ई-शिक्षा कोष ऐप पर उपस्थिति दर्ज किया जा रहा है

तथा कई दिवसों को मनमाने तरीके से उपस्थिति दर्ज ही नहीं किया जा रहा है। वहीं, निर्धारित समय के विपरीत उपस्थिति दर्ज की जा रही है। विद्यालय छोड़ते समय ई-शिक्षा कोप पर उपस्थिति दर्ज नहीं की जा रही है, जिससे यह परिलक्षित होता है कि आपके द्वारा नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित हुए बिना ही फर्जी ढंग से उपस्थिति बनाकर या अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहते हुए विद्यालय उपस्थिति पंजी में उपस्थिति बनाकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने का कार्य किया जा रहा है।

डीईओ ने शिक्षकों के इस कृत्य को स्वेच्छाचारिता एवं दायित्व निर्वहन में घोर अनियमितता का परिचायक बताया है तथा कहा है कि शिक्षकों के इस कृत्य से विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल खराब हो रहा है। डीईओ ने इसके लिए प्रभारी प्रधानाध्यापको की नेतृत्व क्षमता तथा भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लगाया है।

डीईओ ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया है कि अपने विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों के उपस्थिति दर्ज करने में हो रही अनियमितता के स्पष्टीकरण के साथ ही अनियमित रूप से उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों से रपष्टीकरण पूछ पत्र प्राप्ति के तीन दिनों के अंदर जबाव दे। 

डीईओ की इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि शिक्षकों के बिना सूचना गायब रहने से रोकने के लिए ही शिक्षा विभाग द्वारा ई-शिक्षा कोष ऐप पर उनकी ऑनलाइन हाजिरी बनवाई जा रही है तथा फेस ऐप का सहारा लिया जा रहा है। बावजूद शिक्षकों ने इसका भी तोड़ खोज लिया है, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे है।