मचा हडकंप: कार्य में लापरवाही पर भड़के बक्सर एसपी शुभम आर्य ने कई थानाध्यक्ष समेत 100 पदाधिकारियों किया वेतन बंद

पेंडिंग मामलों में पदाधिकारियों की लापरवाही पर एसपी शुभम आर्य भड़क गए है। उन्होंने 100 से अधिक लापरवाह पदाधिकारियों के प्रति कड़ा एक्शन लेते हुए। उनका वेतन बंद करने का निर्देश दिए है। जिसमें कई थानाध्यक्ष भी शामिल है। एसपी आर्य के इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। थाना क्षेत्रों में दर्ज सैकड़ों पॉकेट कांडों में महीनों गुजरने के बाद भी अंतिम प्रपत्र या आरोप पत्र जमा नहीं करने वाले पुलिस अफसरों पर यह कार्रवाई हुई है।

मचा हडकंप: कार्य में लापरवाही पर भड़के  बक्सर  एसपी शुभम आर्य ने कई थानाध्यक्ष समेत 100 पदाधिकारियों किया वेतन बंद

केटी न्यूज / बक्सर 

पेंडिंग मामलों में पदाधिकारियों की लापरवाही पर एसपी शुभम आर्य भड़क गए है। उन्होंने 100 से अधिक लापरवाह पदाधिकारियों के प्रति कड़ा एक्शन लेते हुए। उनका वेतन बंद करने का निर्देश दिए है। जिसमें कई थानाध्यक्ष भी शामिल है। एसपी आर्य के इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। थाना क्षेत्रों में दर्ज सैकड़ों पॉकेट कांडों में महीनों गुजरने के बाद भी अंतिम प्रपत्र या आरोप पत्र जमा नहीं करने वाले पुलिस अफसरों पर यह कार्रवाई हुई है। 

 

यह आदेश जिलादेश संख्या 951/2025 के तहत दिनांक 11 जून को एसपी के द्वारा जारी किया गया। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि जनवरी से मार्च तक दर्ज हुए पॉकेट कांडों में कार्रवाई बेहद धीमी रही है। जिससे पीड़ित पक्ष को न्याय मिलने में देरी हो रही है। इस लापरवाही के कारण समाज में पुलिस की छवि भी खराब हो रही है।

यह कार्रवाई औद्योगिक थाना, राजपुर, इटाढ़ी, धनसोई, डुमरांव, नगर, मुफस्सिल, नयाभोजपुर, सोनवर्षा, सिकरौल, कोरानसराय, वासुदेवा, नावानगर समेत तमाम थानों में तैनात पदाधिकारियों की लंबी लिस्ट इस कार्यशैली की लापरवाही का प्रमाण है।औद्योगिक थाना के पुलिस अवर निरीक्षक समेत तीन अफसरों पर कार्रवाई एसपी द्वारा की गई है।

वहीं राजपुर थाना के 10 अफसरों, डुमरांव थाना के 11 से ज्यादा पुलिस पदाधिकारी वेतन रोके जाने की सूची में नाम है। जबकि सबसे अधिक मुफस्सिल थाना से बीस से अधिक नाम शामिल है। इसके अलावे नया भोजपुर, सोनवर्षा, सिकरौल, कोरान सराय, नावानगर जैसे थानों से भी अफसरों की लंबी सूची कुल मिलाकर जिले के प्रत्येक थाने से पुलिस अफसर लापरवाही के घेरे में आ चुके हैं।

पुलिस अधीक्षक ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि सभी पदाधिकारी अगले तीन दिनों के अंदर लंबित पॉकेट कांडों में फाइनल रिपोर्ट समर्पित करें, नहीं तो आगे और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” साथ ही, यह आदेश तीन प्रतियों में जिला प्रशासन, लेखापाल कार्यालय, सभी अनुमंडल और थाना प्रभारी को भेजा गया है। पुलिस कप्तान द्वारा जारी आदेश में अफसरों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया गया है कि वेतन तभी मिलेगा जब अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी जाए।