दूसरे दिन भी नहीं हुए सूर्य के दर्शन, शीतलहर से घरों में दुबके लोग
चौक-चौराहों पर अबतक प्रशासनिक स्तर पर नहीं जलाया गया अलाव
केटी न्यूज/बक्सर
शनिवार से शीतलहर का दंश और बढ़ गया है। अहले सुबह से ही बारिश की तरह कोहरा पड़ रहा था। वही हाड़ कपा देने वाली ठंडी पछिया हवा ने कनकनी बढ़ा दी है। जिससे लोगों की परेशानी भी बढने लगी है। आलम यह था कि घर से बाहर निकलने पर हल्का फुहेरा का अनुभव हो रहा था। वहीं फर्श व वाहनों पर पानी की छोटी बुंदे बारिश की तरह दिखाई पड़ रही थी।
शनिवार को जिले में न्युनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस एवं अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह से ही कोहरा कायम रहा। वैसे कोहरा पिछले दिनों की अपेक्षा कम था लेकिन फुहेरा के रूप में गिर रहा था। जिससे घर से बाहर निकलने वालों की परेशानी बढ़ गई थी। वहीं सुबह नौ बजे के बाद काफी ठंड हवा का प्रभाव भी बढ गया। जिससे आम लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। घरों की खिडकी तक लोग बंद कर ठंड हवा से बचाव करते रहे।
जिस कारण चारों तरफ सन्नाटा पसरा रहा। वहीं नगर की सड़कें एवं बाजार पूर्व की अपेक्षा शांत दिखा। लोग अपने घरों में दुबके रहे। नगर के चौक चौराहों पर स्थानीय स्तर पर लोगों ने अलाव लगाकर ठंड को दूर करने का प्रयास में लगे रहे। सर्द पछिया हवा के कारण ठंड में वृद्धि हो गई है। कनकनी बढ़ने से लोग परेशान दिखे।
शीतलहर का प्रकोप शुरू होने के बावजूद प्रशासिन स्तर पर कही भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। बक्सर तथा डुमरांव दोनों नगर परिषद क्षेत्रों में लोग अपने स्तर से अलाव जला ही ठंड से बचाव करते दिखे। शीतलहर के बावजूद नप की उदासीनता से गरीब तबके की मुश्किलें बढ़ गई है।