बक्सर पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर दिन लगने वाले ट्रकों के जाम से शीघ्र मिलेगा निजात

बक्सर पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर दिन लगने वाले ट्रकों के जाम से शीघ्र मिलेगा निजात

- बक्सर निवासी व यूपी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के नेतृत्व में बलिया व बक्सर प्रशासन की बैठक संपन्न,

- गंगा पुल से हटकर वाहनों की चेकिंग पर बनी सहमति, की जाएगी सतत मॉनिटरिंग

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर पटना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 922 पर हर दिन लगने वाले ट्रकों के लंबे जाम से जल्दी ही मुक्ति मिलने वाली है। इस मामले में बक्सर के सिमरी प्रखंड के छोटका राजपुर गांव निवासी व यूपी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के नेतृत्व में यूपी के बलिया व बक्सर के डीएम-एसपी तथा अन्य संबंधित अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की एक बैठक बलिया के कोरंटाडीह में आयोजित की गई।

इस बैठक में बक्सर में हर दिन लगने वाले जाम पर विशेष रूप से चर्चा हुई तथा जाम से निजात दिलाने के लिए कई निर्णय लिए गए। इस बैठक में यूपी के सांसद नीरज शेखर, पूर्व मंत्री नारद राय, बलिया के डीएम-एसपी, बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल, एसपी शुभम आर्य समेत कई अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

बैठक में दोनों तरफ हर दिन लगने वाले जाम पर चर्चा की गई। बताया गया कि हर दिन यूपी से बिहार के बीच हजारों ट्रकों की आवाजाही होती है। वहीं, बक्सर प्रशासन वीर कुंवर सिंह सेतू पर तथा यूपी प्रशासन भरौली में राज्य की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों की सघन तलाशी लेती है। बैठक में बताया गया कि जाम का मुख्य वजह यही है। चुकि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है,  जिस कारण बिहार सरकार द्वारा वैध कागजातों व चालान के अलावे शराब की पड़ताल भी की जाती है। वहीं, यूपी प्रशासन द्वारा भी सघन तलाशी ली जाती है। जिस कारण दोनों तरफ एनएच 922 तथा यूपी के बलिया व गाजीपुर मार्ग पर भयंकर जाम लग रहा है।

बैठक में यूपी सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने जाम से निजात दिलाने के लिए सुझाव दिए कि बक्सर प्रशासन वीर कुंवर सिंह सेतु से तथा बलिया प्रशासन भरौली से दो तीन किलोमीटर पहले ही वाहनों की जांच पड़ताल शुरू करें ऐसा करने से वीर कुंवर सिंह सेतु पर जाम नहीं लगेगा। वहीं, उन्होंने बलिया प्रशासन को भरौली में तथा बक्सर प्रशासन को गोलबंर पर अतिक्रमण हटा उसे और चौड़ा करने को कहा, जिससे वाहनों के आवाजाही तथा घुमाने में किसी तरह की परेशानी न हो। परिवहन मंत्री के इस सुझाव पर दोनों जगाहों के जिलाधिकारी ने सहमति जताई है।

परिवहन मंत्री ने कहा कि दोनों जगहों के प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस यदि तत्पर रहे तो जाम नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि हर दिन लगने वाले जाम से दोनों जगहों पर टैªफिक व्यवस्था ध्वस्त हो रही है तथा आम यात्रियों के साथ ही व्यवसाय को नुकसान पहुंच रहा है। बैठक में कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। 

प्रशासनिक अधिकारियों को दिए गए कई सुझाव 

बैठक में परिवहन मंत्री ने कहा कि वाहनों में तकनीकी बाधाओं के कारण बीच सड़क में ही खराब होने की समस्या भी जाम का मुख्य कारण है। ऐसे में प्रशासनिक पदाधिकारियों से अपील की गई कि दोनों राज्यों के प्रशासन क्रेन और आपात वाहनों को भी अलर्ट मोड पर रखे। खराब होने या दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को तुरंत सड़क से हटाकर किनारे कराया जाए ताकि जाम न लगे।

वहीं एक ही लेन में डबल लाइन बनाकर चलने वाले वाहनों पर भी कारवाई के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में लिए गए अहम फैसलों का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा और बहुत जल्द ही इसका असर सड़कों पर देखने को मिलेगा। दोनों राज्यों के प्रशासनिक पदाधिकारियों की सख्ती से इस समस्या का शत प्रतिशत निदान निकाला जाएगा। 

पिछले साल से ही लग रहा है जाम

बता दें कि एनएच 922 पर पिछले साल से ही जाम लग रहा है। यूपी में ट्रकों का परिचालन ठप होने से वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। कई बार तो यह जाम इतना गंभीर हो जाता है कि बक्सर से ब्रह्मपुर तक ट्रकों की लंबी लाईन लग जाती है तथा इसका असर एनएच 922 के अलावे डुमरांव बिक्रमगंज पथ, बक्सर चौसा पथ, चौसा मोहनिया पथ आदि पर भी देखा जाता है। 

बढ़ गई है सड़क दुर्घटनाओं की संख्या

बक्सर पटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर दिन लगने वाले जाम के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी काफी बढ़ गई है। पिछले कुछ महीनों में आधा दर्जन से अधिक ट्रक चालकों ने अपनी जान गवाई है। इसके अलावे भी कई अन्य दुर्घटनाएं हुई है, जिसमें आम लोगों की जान गई तथा लोग जख्मी भी हुए है। 

जबकि इसका असर टैªफिक व्यवस्था व व्यवसाय पर भी काफी गहरा पड़ा है। हालांकि, यूपी के परिवहन मंत्री के नेतृत्व में बक्सर व बलिया प्रशासन की हुई बैठक के बाद अब यह उम्मीद लगाई जा रहा है कि जल्दी ही बक्सर को जाम से मुक्ति मिल जाएगी।