दुर्गा पूजा के बाद आईटी एवं कार्यपालक सहायकों की दो दिवसीय हड़ताल, 6 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर जाएंगे
जिले के सभी आईटी सहायकों एवं कार्यपालक सहायकों ने शनिवार को न्यू समाहरणालय सभागार में बैठक कर आगामी आंदोलन की रणनीति तय की। बैठक में यह फैसला लिया गया कि यदि उनकी मांगों पर सरकार और अधिकारीगण ने अब भी ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे दुर्गा पूजा के बाद व्यापक हड़ताल और भूख हड़ताल करेंगे।

-- नियमित वेतनमान और सेवा स्थायीकरण की मांग पर अड़े कर्मचारी, सरकार से नाराजगी चरम पर
केटी न्यूज/बक्सर
जिले के सभी आईटी सहायकों एवं कार्यपालक सहायकों ने शनिवार को न्यू समाहरणालय सभागार में बैठक कर आगामी आंदोलन की रणनीति तय की। बैठक में यह फैसला लिया गया कि यदि उनकी मांगों पर सरकार और अधिकारीगण ने अब भी ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे दुर्गा पूजा के बाद व्यापक हड़ताल और भूख हड़ताल करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता कार्यपालक सहायक सेवा संघ के जिला अध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने की, जबकि संचालन बिहार राज्य आईटी कमी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष निर्मल कुमार ने किया। बैठक में शामिल वक्ताओं ने कहा कि वर्षों से सेवा नियमितीकरण, समान कार्य के बदले समान वेतन और स्थायी वेतनमान जैसी मांगों को लेकर लगातार सरकार और जिला प्रशासन से गुहार लगाई जा रही है, लेकिन आज तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है।
निर्मल कुमार ने कहा कि हमारी समस्याओं को केवल टालने का काम हो रहा है। जब हमारी बातें सुनने और समाधान करने की जगह केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है, तो मजबूरन हमें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
वहीं जिला अध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने साफ किया कि दुर्गा पूजा की छुट्टी समाप्त होते ही 3 और 4 अक्टूबर को जिले के सभी विभागों में कार्यरत आईटी सहायक एवं कार्यपालक सहायक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इसके बाद यदि मांगें पूरी नहीं होती हैं तो 6 अक्टूबर से सभी कर्मी भूख हड़ताल पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अब धैर्य की सीमा समाप्त हो चुकी है और सरकार को कर्मचारियों की आवाज सुननी ही होगी।
बैठक में रोहित कुमार, अवधेश कुमार, सुघेन्दु प्रसाद, चंद्र विजय कुमार, महेंद्र प्रसाद, राजेश कुमार, विपिन कुमार, कमलेश कुमार, बबलू प्रसाद पासवान, रोहन कुमार, सुनील कुमार, धनलाल पासवान, पंकज तिवारी, जितेंद्र कुमार, राजीव कुमार, धनजी प्रसाद, राकेश कुमार, सोनू कुमार, संतोष कुमार, महेंद्र यादव, रवि जी समेत सैकड़ों कार्यपालक सहायक और आईटी सहायक मौजूद रहे।
बैठक के अंत में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जब तक सरकार ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों की अनदेखी की गई तो आगामी समय में वे और भी कड़े आंदोलनात्मक कदम उठाने को बाध्य होंगे।