हिन्दुओं पर हुए आतंकी हमले के विरोध में शहर में विश्व हिन्दू परिषद ने निकाला आक्रोश मार्च
हिन्दू समुदाय पर हो रहे हमले को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। समाज के लोग केन्द्र के मोदी सरकार पर कार्रवाई करने की आश लगाए हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में चुन-चुन कर और नाम पुछ कर आतंकियों ने 18 हिन्दुओं को मौत के घर उतार दिया। इसी के विरोध में डुमरांव शहर में विश्व हिन्दू परिषद की अगुआई में आक्रोश मार्च निकाला गया।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिन्दुओं पर हुए आंतकी हमला कर 18 को मौत के घाट उतारा
आक्रोश मार्च में आतंकियों को सफाया करने के लगे नारे
साजिश के तहत हिन्दुओं पर हो रहे हमले पर केन्द्र सरकार करे कठोर कार्रवाई
केटी न्यूज, डुमरांव
हिन्दू समुदाय पर हो रहे हमले को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। समाज के लोग केन्द्र के मोदी सरकार पर कार्रवाई करने की आश लगाए हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में चुन-चुन कर और नाम पुछ कर आतंकियों ने 18 हिन्दुओं को मौत के घर उतार दिया। इसी के विरोध में डुमरांव शहर में विश्व हिन्दू परिषद की अगुआई में आक्रोश मार्च निकाला गया।
आक्रोश मार्च में एनडीए के नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए। निकले मार्च में पाकस्तान मुर्दाबाद, साजिश के तहत हिन्दुओं पर हमला बंद करो, मुझे अपने घर में शांति से रहने दो, हमें इंसाफ चाहिए का जमकर नारे लगाए गए। आक्रोश मार्च नया थाना से शुरू होकर गोला रोड, शहीद गेट, चूड़ी बाजार, चौक रोड होते हुए राजगढ़ चौक तक गया, जहां सभा में तब्दिल हो गया। जैसे-जैसे आक्रोश मार्च आगे बढ़ता जा रहा था लोग इसमें स्वच्छा से जुटते जा रहे थे।
विश्व हिन्दू परिषद और भाजपा के नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आए दिन हिन्दुओं पर हमला हो रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले बंगाल के कोलकता शहर के मुर्शीदाबाद में हिन्दुओं पर हमला कर जान से मारा गया और महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार हुए हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिन्दू पर्यटकों को चुन-चुन कर 18 को मौत के घाट उतार दिया गया, जिसमें कई घायल हो जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
इस तरह की जघन्य घटनाएं देश में अशांति फैलाने के लिये किया जा रहा है। इन पर्यटकों का क्या दोष था? नेताओं का कहना था कि ऐसी घटनाओं पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कड़ा फैसला लेना होगा। घटना स्थल पर गृह मंत्री अमित साह को पीएम ने भेजा है। वहां की ताजा स्थिति पर केन्द्र सरकार नजर गड़ाए हुए है। गृह मंत्री के लौटने के बाद उनके द्वारा पीएम को सारी जानकारी दी जाएगी। लोगों का अनुमान है
कि प्रधानमंत्री हिन्दुओं के हित में सही फैसला लेंगे। नेताओं का कहना था कि आतंकी यह नहीं देखते की पर्यटकों के चलते वहां के गरीब-गुरबों को एक बाजार मिला हुआ है। वहां के लोग भी विरोध करने लगे हैं। नेताओं ने वहां के स्थानीय लोगों से अनुरोघ किया की ऐसे आतंकी को अपनी शरण नहीं दे, इसके लिये उन्हें आगे आना होगा। सरकार को हमारी सेना को भी अतंकियों पर कार्रवाई करने की खुली छूट देनी होगी।
मौके पर रमेश केसरी, विकास पाठक, संटू मित्रा, कमलेश श्रीवास्तव, रघुवरजी, अजय सिंह, सुनील सिद्धार्थ, धीरेन्द्र निराला, दीलीप श्रीवास्तव, सोनू राय, राजीव भगत, गोपाल गुप्ता, दीपक कुमार यादव, शक्ति राय, सतीश राय, प्रेम कुमार, शिला त्रिवेदी, ओम ज्योति भगत, महेन्द्र राम, विमलेश सिंह, संजय सिंह, राजीव सिंह, बिनोद सिंह, अजय चंद्र सहित सैकड़ो एनडीए के नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे।