जाम से कराह रहा डुमरांव, संबंधित मौन, व्यवसायी व आमलोगों में गहराया आक्रोश
डुमरांव में जाम की समस्या दशकों पुरानी है, लेकिन आज तक इसका समाधान नगर परिषद प्रशासन नहीं निकाल पाया है। आलम यह है कि शहर के मुख्य बाजार राजगोला रोड, चौक रोड, स्टेशन रोड तथा साफाखाना रोड में हर समय जाम लगा रहता है।

केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव में जाम की समस्या दशकों पुरानी है, लेकिन आज तक इसका समाधान नगर परिषद प्रशासन नहीं निकाल पाया है। आलम यह है कि शहर के मुख्य बाजार राजगोला रोड, चौक रोड, स्टेशन रोड तथा साफाखाना रोड में हर समय जाम लगा रहता है। मंगलवार को भी बाजार में कुछ ऐसा ही नजारा दिखाई पड़ा, जब पूरे दिन गोला रोड व चौक रोड में जाम लगा रहा। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों, दुकानदारों, वाहन चालकों तथा छात्र-छात्राओं को भारी फजीहत उठानी पड़ी। लोगों का कहना है कि सोमवार को भी पूरे दिन यही हाल था।

स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि अब लग्न का सीजन शुरू होने वाला है। सामान्य दिनों में बाजार ग्राहकों से गुलजार रहता था, लेकिन जब से जाम का दंश बढ़ा है, ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले ग्राहकों का डुमरांव से मोहभंग होने लगा है। वे यहां हर दिन लगने वाले जाम को देखते हुए दूसरे बाजार की रूख कर रहे है, जिससे स्थानीय व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

राजगोला रोड के व्यवसायी अमर केशरी, संजय कुमार, गोल्डेन आदि का कहना है कि दुर्गापूजा के पहले से ही सड़क निर्माण के नाम पर टैªफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी, जिस कारण त्योहारी सीजन में दुकानदारी मारी गई थी। वहीं, अब जाम के कारण दुकानारी पर प्रभाव पड़ रहा है।

वहीं, जानकारों का कहना है कि राजगोला रोड, चौक रोड, साफाखाना रोड आदि में हर दिन लगने वाले जाम का मुख्य वजह अतिक्रमण है। अतिक्रमण के खिलाफ एक बार अभियान चलाने के बाद नगर परिषद प्रशासन चुप्पी साध लेता है। त्योहारी सीजन व लग्न के समय अतिक्रमण सबसे गंभीर हो जाता है। इस समय राजगोला रोड में फुटपाथ दिखाई भी नहीं पड़ता है, जबकि सड़क भी काफी संकरी हो जाती है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि पूरे दिन राजगोला रोड में ठेला व खोमचे वाले काबिज रहते है। वहीं इस दौरान आटो तथा ई-रिक्शा का परिचालन भी इसी रास्ते होता है। जिस कारण जाम की समस्या काफी बढ़ जाती है।

दुकानदारों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से जाम का दंश बढ़ गया है, जबकि सबकुछ जानते हुए भी नगर परिषद प्रशासन मौन साधे हुए है। जिससे अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ गया है।

बयान
14 नवंबर को काउंटिंग समाप्त होने के बाद शहर में अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाएगा। किसी को भी सड़क के अतिक्रमण की छूट नहीं दी जाएगी। स्थानीय व्यवसायियों को जल्दी ही जाम के दंश से स्थायी रूप से निजात मिलेगा। - राहुलधर दूबे, ईओ, नगर परिषद, डुमरांव
