पत्नी के हिस्से की दूध की पति ने बनाई चाय तो फंदे से लटक दी जान, दुसरी सालगिरह के दुसरे दिन हुई वारदात
मृतका खुशबू की फाइल फोटो
केटी न्यूज/ आरा
पति-पत्नी के बीच विवाद में महिला ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद घर में कोहराम मच गया। घटना जिले के संदेश थाना क्षेत्र के संदेश थाना क्षेत्र के देउवार गांव में शुक्रवार की शाम हुई। घटना के संबंध में पति पुरुषोत्तम गोस्वामी छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा करती और गुस्से में जाकर कमरे का दरवाजा चार-चार घंटे बंद कर लेती थी। घर के सभी सदस्य प्रतिदिन रोज रात में दूध पीते हैं। गुरुवार की रात भी सभी ने दूध पी थी। परन्तु उसकी पत्नी खुशबू देवी 23 ने नहीं पिया था। उसके हिस्से का दूध फ्रिज में रखा था। शुक्रवार की सुबह जब मैं जगा तो फ्रिज में रखे खुशबू के हिस्से की आधे दूध की चाय बना ली।
बाद में वह जगी, तो उसके साथ गाली-गलौज करने लगी। उसका कहना था कि उसके हिस्से के दूध की चाय क्यों बनाई! आप लोगों को चाय पीनी थी, तो बाजार से दूध खरीद कर चाय बनाकर। तब उसने कहा कि यहां परिवार के सभी लोग मौजूद हैं, ढंग से बात किया करो। इसी बात पर गुस्से में आकर उसने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया। उस पर उसने सोचा कि वह अक्सर गुस्से में कमरे का दरवाजा चार-चार घंटे बंद कर लेती है। हालांकि शाम में वह घर लौटा,तो पता चला कि उसने दरवाजा खोला ही नहीं है।
उसके बाद उसने खिड़की के शीशे को तोड़ा, तो देखा कि वह गले में साड़ी बांध के पंखे से लटकी है। तब उसने फोन कर उसके भाई को इसकी सूचना दी और वीडियो कॉल पर दिखाया। उसके बाद उसने इसकी थाना को सूचना दी गयी। पुरुषोत्तम गोस्वामी ने बताया कि वह यूपी के जौनपुर में स्वास्थ्य विभाग की एक एनजीओ में काम करते हैं। पत्नी खुशबू के साथ जौनपुर में ही रहते हैं। इसी 11 नवंबर को दीपावली और छठ पर्व मनाने के लिए वह पत्नी के साथ गांव लौटा था।
दीपावली और छठ के बाद उसने सोचा कि 21 नवंबर को शादी की सालगिरह मना कर जौनपुर जाने की प्लानिंग थी। उसे लेकर मार्केटिंग करने वह वह 21 नवंबर को पत्नी के साथ आरा भी था और रात में वापस गांव लौट गया। घर पहुंचने के बाद दोनों ने केक भी काटा था। तबतक सब कुछ ठीक था। उसी बीच शुक्रवार की सुबह दूध से चाय बनाने को लेकर झगड़ा हुआ और देखते ही देखते सबकुछ खतम हो गया। थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या ही लग रहा है। हालांकि अभी तक महिला को मायके वालों द्वारा लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। उनके आवेदन देने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।