मचा कोहराम: तिलक से दो दिन पूर्व गायब युवक की हत्या, सात दिन बाद मिला शव 18 को बक्सर में होने वाली थी शादी

बिहिया से लापता पीरो थाना क्षेत्र के रजेया गांव निवासी नारायण कुमार नामक युवक की हत्या कर दी गयी है। उसका शव सात दिन बाद गुरुवार की शाम पीरो थाना क्षेत्र के तिलाठ मोड़ के पास एक करहा से बरामद किया गया। उसके शरीर पर किसी तरह का जख्म का निशान नहीं मिला है। 32 वर्षीय नारायण कुमार रजेया गांव निवासी जय भगवान सिंह का पुत्र था...................

मचा कोहराम: तिलक से दो दिन पूर्व गायब युवक की हत्या, सात दिन बाद मिला शव 18 को बक्सर में होने वाली थी शादी

केटी न्यूज/आरा।

बिहिया से लापता पीरो थाना क्षेत्र के रजेया गांव निवासी नारायण कुमार नामक युवक की हत्या कर दी गयी है। उसका शव सात दिन बाद गुरुवार की शाम पीरो थाना क्षेत्र के तिलाठ मोड़ के पास एक करहा से बरामद किया गया। उसके शरीर पर किसी तरह का जख्म का निशान नहीं मिला है। 32 वर्षीय नारायण कुमार रजेया गांव निवासी जय भगवान सिंह का पुत्र था। वह पूर्व मुखिया कुमार राजेश उर्फ डब्लू सिंह का चचेरा भाई था। उसकी 18 फरवरी को शादी होने वाली थी। तिलक से दो रोज पहले नौ फरवरी को बिहिया जाने की बात वह कह घर से निकला था। उसके बाद से वह लापता था।

परिजनों द्वारा अगवा करने के बाद उसकी हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है। हालांकि अपहरण और हत्या का अभी कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। इधर, पुलिस की शुरुआती जांच में करीबी संबंधियों द्वारा हत्या किये जाने की बात सामने आ रही है। उधर, गुरुवार की शाम शव मिलने से ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा। गुस्साए लोग शव के साथ सड़क पर उतर गये व जमकर हंगामा किया गया। अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की लेकर लोगों द्वारा तिलाठ मोड़ और लोहिया चौक के समीप सड़क जाम कर दिया गया। ग्रामीण पुलिस पर युवक को खोजने और कार्रवाई करने में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगा रहे थे। शव मिलने और सड़क जाम की सूचना पर एसडीपीओ राहुल सिंह, इंस्पेक्टर गौतम कुमार और पीरो थानाध्यक्ष सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे।

एसडीपीओ के नेतृत्व में अधिकारी लोगों को समझाने में जुटे हैं। इधर, एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के बाद से ही टीम लगातार वैज्ञानिक और मानवीय आधार पर अनुसंधान कर रही थी। सीसीटीवी के साथ-साथ अनेक बिंदुओं पर अनुसंधान की जा रही थी। उसी के क्रम में गुरुवार की देर संध्या पीरो थाना के तिलाठ में रोड के किनारे एक गड्ढे में नारायण कुमार की डेड बॉडी मिलती है। मौके पर सभी वरीय पदाधिकारी पहुंच जाते हैं। जांच के लिए एफएसएल की टीम और डॉग स्क्वायड बुलायी गयी है।

प्रारंभिक जांच में युवक के शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई जख्म या अन्य किसी प्रकार का कोई निशान नहीं मिला है। आरंभिक अनुसंधान में किसी करीबी संबंधी द्वारा विश्वास में लेकर दूसरी जगह ले जाकर रहस्यमय तरीके से उनकी हत्या करने की बात आ रही है। संदिग्धों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। जल्दी ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी करते हुए कांड का उद्वेदन और घटना के कारण का पता किया जा रहा है।

 

तकनीकी, वैज्ञानिक और मानवीय जांच के जरिए खोजती रही पुलिस, अपराधियों ने कर दी हत्या

रजेया गांव निवासी नारायण कुमार की सकुशल बरामदगी में पुलिस विफल रही। इधर, पुलिस तकनीकी वैज्ञानिक सूत्रों के जरिए खोजती रह गयी। उधर अपराधियों द्वारा हत्या कर उसका शव फेंक दिया गया। उससे ग्रामीणों का गुस्सा पूरी तरह भड़क उठा। ग्रामीण पुलिस पर उसे खोजने में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। बताया जा रहा है कि नारायण कुमार नौ फरवरी की दोपहर करीब दो बजे बिहिया जाने की बात कह घर से निकला था।

उसके बाद वह घर नहीं लौट सका। दस फरवरी को उसके चचेरे भाई पूर्व मुख्यमंत्री डब्लू सिंह के बयान पर पीरो थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उसके बाद युवक की बरामदगी को एसपी की ओर से एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी। टीम वैज्ञानिक और तकनीकी तरीके से जांच कर रही थी। उसके तहत मोबाइल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा था।  उस आधार पर कुछ संदिग्धों पूछताछ भी की गयी। उसके अलावा कुछ अन्य एंगल से भी छानबीन की जा रही थी।  डीआईयू की टीम भी लगी थी। पुलिस अभी युवक की बरामदगी के प्रयास में जुटी थी, तभी गुरुवार की शाम उसका शव मिल गया।

तिलक से दो पहले हुआ लापता, शादी से दो दिन पहले मिला युवक का शव 

रजेयां गांव निवासी जयभगवान सिंह के पुत्र नारायण कुमार सिंह की शादी होने वाली थी। 11 फरवरी को तिलक और 18 को शादी थी। शादी बक्सर के  नावानगर थाना क्षेत्र के धनछुआ गांव निवासी अटल बिहारी सिंह के घर तय हुई थी। शादी को लेकर उसके घर में सारी तैयारी भी कर ली गयी थी।

घर में मंगल गीत बजने लगे थे। हालांकि शादी से पहले उसकी हत्या कर दी गयी। सेहरा बंधने से पहले उसका शव घर आ गया। दुर्भाग्य ऐसा कि तिलक के दो दिन पहले वह लापता हो गया और शादी से दो दिन पहले शव बरामद हो गया। उससे घर में कोहराम मच गया। इधर, इकलौते बेटे की हत्या से माता-पिता बेहाल हैं। शादी का माहौल गम में बदल गया है। जिस घर में शादी के मंगल गीत गाये जा रहे थे, वहां रोना-धोना मच गया था।